Bokaro thermal/ Bermo: बेरमो वन प्रक्षेत्र में दो दिवसीय सेंदरा पर्व 19 मई को देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना के साथ शुरु हो गयी. परंपरा के मुताबिक आदिवासी समाज ने अगैयागढ़ा जंगल में पूजा कर पुजारी ने मुर्गे की बलि दी. इसके बाद प्रसाद ग्रहण कर जंगल में शिकार खेलने की अनुमति बोंगा (देवता) से मांगी. पूजारी ने पूजा कर अच्छी बारिश, अच्छी उपज, स्वच्छ पर्यावरण, महामारी से रक्षा व सभी की खुशहाली के लिए प्रार्थना की.
शिकार के लिए पहाड़ी की तलहटी में पहुंचे सेंदरा वीर
शिकार के लिए विभिन्न स्थानों से सेंदरा वीर बेरमो के पहाड़ी की तलहटी पर पहुंच गए हैं. सेंदरा में पारंपरिक हथियारों के साथ आदिवासी समाज के लोग पहुंचते हैं. कई सेंदरा वीर पूजा में शामिल भी हुए. 20 मई को खासमहल व कुड़ी बाबा पहाड़ी जंगल में समाज के लोग चढ़ाई करेंगे. पारंपरिक हथियारों से लैस सेंदरा वीर अर्थात आदिवासी शिकारी सुबह चार बजे ही पहाड़ी जंगल में कूच कर जाएंगे. दिन भर शिकार करने के बाद देर शाम तक शिकार कर वापस लौटेंगे.
सेंदरा पर्व को लेकर वन विभाग अलर्ट
वन विभाग के रेंजर विनय कुमार ने कहा कि दो दिवसीय सेंदरा पर्व को लेकर विभाग अलर्ट है. उन्होंने अपील किया गया है कि जंगली जानवरों की शिकार न करें.
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