New Delhi : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो )आज सोमवार को नेविगेशन सैटेलाइट NVS-01 लॉन्च करेगा. खबर है कि NVS-01 को जियोसिंक्रोनस लॉन्च व्हीकल (GSLV-F12) से अंतरिक्ष में स्थापित किया जायेगा. बताया गया है कि यह सैटेलाइट 2016 में लॉन्च किये गये IRNSS-1G सैटेलाइट की जगह लेगा. जान लें कि IRNSS-1G सैटेलाइट इसरो के रीजनल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम NavIC का सातवां सैटेलाइट है.
सुबह 10 बज कर 42 मिनट पर GSLV उड़ान भरेगा
श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर के दूसरे लॉन्च पैड से सुबह 10 बज कर 42 मिनट पर GSLV उड़ान भरेगा. लॉन्च किये जाने के लगभग 18 मिनट बाद रॉकेट से पेलोड अलग होगा. यह एनवीएस-1 सैटेलाइट को जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट में डिप्लॉय करेगा. इस क्रम में इंजीनियर सैटेलाइट को सही ऑर्बिट में प्लेस करने के लिए ऑर्बिट-रेजिंग मैनुवर परफॉर्म करेंगे.
अमेरिका ने GPS सपोर्ट देने से इनकार कर दिया था
1999 के कारगिल वॉर को याद करे. खबरों के अनुसार उस समय भारत सरकार ने घुसपैठ करने वाले पाकिस्तानी सैनिकों की पोजीशन जानने के लिए अमेरिका से मदद मांगी थी. लेकिन अमेरिका ने GPS सपोर्ट देने से इनकार कर दिया था. इसके बाद भारत ने इसे प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया था और अपना नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम बनाने में जुट गया था.