Jamshedpur : कोरोना महामारी से विश्व का लगभग सभी देश परेशान है. कोरोना की पहली लहर में प्रवासी मजदूरों लाने में झारखंड सरकार ने काफी सक्रियता दिखायी थी. लेकिन दूसरी लहर में भी प्रवासी मजदूरों की मुसीबत कम नहीं है. अभी भी कई राज्यों में झारखंड के प्रवासी मजदूर फंसे हुए है. ऐसा ही एक मामला नेपाल में फंसे झारखंड के 26 मजदूरों का है. जो दुमका के रहने वाले है. श्रमिक नेपाल में बीमार थे और वे भारत वापस लौटना चाहते थे. नेपाल में मजदूर हाइटेशन लाईन का काम करते थे. जहां बीमार होने के बाद उन्हे काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है.लेकिन किसी भी स्तर से उनकी आवाज सक्षम विभाग या मंत्रालय तक नहीं पहुंच पा रही थी.
सोशल मीडिया में वीडियो वायरल होने के बाद मदद को आगे आये कुणाल षाड़ंगी
सोशल मीडिया पर नेपाल में फंसे दुमका के 26 मजदूरों का वीडियो वायरल हो रहा थी. जिसके बाद पूर्व विधायक कुणाल षांड़गी ने पूरे मामले की जानकारी एकत्रित की. उसके बाद कुणाल षाड़ंगी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर और नेपाल में भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा तक इस मामले को पहुंचाया. इसके अलावे कुणाल षाड़ंगी ने नेपाल स्थित अपने मित्रों से भी मदद पहुंचाने की गुहार लगायी. नेपाल के जनता समाजवादी पार्टी के सांसद राजेंद्र महतो और पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी के मित्र नेपाल के स्टेट-2 के विधायक मनीष सुमन ने इन सभी 26 मजदूरों से संपर्क किया और कार्यकर्ताओं के मदद से उन तक राहत सामाग्री पहुंचायी. पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने नेपाल स्थित भारतीय दूतावास के उच्च पदाधिकारी दिवाकर शर्मा के साथ इन मजदूरों के विषय को बात की और सिंधूपास से वीरगंज तक की उनकी यात्रा के लिए आवश्यक कागजी प्रक्रिया आरंभ करने का आग्रह किया.
गुरुवार को भारतीय दूतावास ने ट्विटर कर कुणाल को दी सूचना
गुरुवार शाम को नेपाल स्थित भारतीय दूतावास ने ट्विटर पर कुणाल षांड़गी को सूचित किया कि इन प्रवासी मजदूरों के वापसी की प्रक्रिया प्रारंभ की गयी है. इस पूरे मामले में कुणाल षाड़ंगी ने हजारीबाग सांसद जयंत सिन्हा, नेपाल के विधायक मनीष सुमन और सांसद राजेंद्र महतो समेत भारतीय दूतावास के सभी पदाधिकारियों का आभार व्यक्त किया है.
नेपाल में फंसे 26 मजदूर आज पहुंचेंगे दुमका
शुक्रवार को नेपाल में फंसे इन मजदूरों को नेपाल से विराट नगर या रक्सौल से सटी भारतीय सीमा लाया जायेगा. यहां से झारखंड तक की उनकी यात्रा के लिए भारतीय दूतावास भारत सरकार के साथ समन्वय स्थापित किया गया है. वहीं जिला प्रशासन दुमका की ओर से प्रवासी मजदूरों की सकुशल वापसी के लिए दंडाधिकारी नियुक्त किये गये है. दुमका जिला प्रशासन नेपाल में फंसे प्रवासी मजदूरों को दुमका इण्डोर स्टेडियम लाया जाना है. जहां उनकी चिकित्सकीय जांच होगी. जिला नजारत उप समाहर्ता दुमका को प्रवासी मजदूरों को लाने के लिए मस्क,बस के लिए इंधन और भोजन की व्यवस्था करने को कहा गया है.