Chandil (Dilip Kumar) : सुवर्णरेखा परियोजना के अपर निदेशक रंजना मिश्रा शनिवार को चांडिल डैम के अधीक्षण अभियंता के पुराने कार्यालय भवन परिसर में अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे विस्थापितों से मिलने पहुंची. अखिल झारखंड विस्थापित अधिकार मंच के बैनर तले 16 जून से चल रहे अनिश्चितकालीन धरना का शनिवार को नौवां दिन है. इस दौरान आंदोलनरत विस्थापितों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि परियोजना के नियमानुसार विस्थापितों का काम लगातार चल रहा है. फिलहाल विभाग के पास राशि नहीं रहने के कारण विस्थापितों का काम रुका हुआ है. उन्होंने कहा कि पदाधिकारी विभाग के नियमों से बंधे हुए रहते हैं. नियम के विरुद्ध काम नहीं कर सकते हैं.
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विभाग को भेजा गया है मांग पत्र
विस्थापित युवाओं से बात करते हुए परियोजना के अपर निदेशक रंजना मिश्रा ने कहा कि अखिल झारखंड विस्थापित अधिकार मंच की मांगे विभाग व सरकार के स्तर का है. सभी मांगों को विभाग व सरकार के पास भेजा गया है. आवश्यक निर्देश मिलते ही मांगों पर काम शुरू कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि विकास पुस्तिका निर्माण समिति में विस्थापित संगठन के प्रतिनिधि को रखे जाने का प्रावधान है. बशर्ते की उनका संगठन निबंधित हो. रंजना मिश्रा ने आंदोलनरत विस्थापितों को धरना समाप्त करने का आग्रह किया. मौके पर उनके साथ पुनर्वास पदाधिकारी राजीव गाड़ी समेत करीब आधा दर्जन अभियंता शामिल थे.
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अनुमंडल पदाधिकारी को सौंपा पत्र
इसके पूर्व अखिल झारखंड विस्थापित अधिकार मंच का एक प्रतिनिधि चांडिल के अनुमंडल पदाधिकारी को पत्र सौंपकर आंदोलन की जानकारी दी. मंच ने कहा कि सोमवार को चांडिल डैम के विस्थापित अपने आंदोलन के दूसरे चरण के तहत पुनर्वास कार्यालय का गेट जाम करेंगे. मंच ने अनुमंडल पदाधिकारी को विस्थापितों के समस्याओं का समाधान करने की मांग की है. पत्र सौंपने वालों में राकेश रंजन महतो, अनुप कुमार महतो, अजय कुमार महतो, बाबूलाल गोप, रूपेश वर्मा, जीतेंद्र नाथ महतो समेत अन्य विस्थापित शामिल हैं.