- जलवायु संबंधी चिंताओं को दूर करने और बढ़ती बिजली की मांग को पूरा करने के लिए स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने की जरुरत
NewDelhi : इंस्टीट्यूट फॉर एनर्जी इकोनॉमिक्स एंड फाइनेंशियल एनालिसिस (आईईईएफए) ने अपनी ताजा रिपोर्ट में भारत को बिजली प्रणाली में स्वच्छ ऊर्जा की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए विभिन्न उपाय सुझाये हैं. आईईईएफए ने कहा है कि भारत को जलवायु संबंधी चिंताओं को दूर करने और बढ़ती बिजली की मांग को पूरा करने के लिए स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने की जरुरत है. आईईईएफए के ऊर्जा विश्लेषक और रिपोर्ट के लेखक चैरिथ कोंडा ने कहा है कि 2030 तक गैर-जीवाश्म ईंधन पर आधारित बिजली की स्थापित क्षमता की हिस्सेदारी को 50 प्रतिशत तक बढ़ाना संभव हो सकता है. इससे उत्सर्जन में महत्वपूर्ण कटौती होगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत 2030 तक अपने उत्सर्जन में कमी के लक्ष्य को पूरा करने के लिए तेजी से नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को जोड़ रहा है. देश को अपनी बिजली प्रणाली में स्वच्छ ऊर्जा की हिस्सेदारी बढ़ाने की जरूरत है.
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