- इचाक के मिडिल स्कूल कारीमाटी में चल रहा अलग ही गोरखधंधा
- मध्याह्न भोजन की राशि की बंदरबांट का भी चल रहा खेल
- फर्जी हस्ताक्षर से लाखों रुपए का हुई निकासी : प्रमुख
Pramod Upadhyay
Hazaribagh : इचाक के मिडिल स्कूल कारीमाटी में अलग ही गोरखधंधा चल रहा है. यहां मिड डे मिल के लिए मिले दो रसोई गैस के सिलेंडर की बंदरबांट कर ली गई. एक सिलेंडर विद्यालय प्रबंध समिति की उपाध्यक्ष गीता देवी, तो दूसरा संयोजिका रीता देवी अपने-अपने घर ले कर चली गईं. आलम यह है पिछले छह माह से स्कूल में कोयले, लकड़ी और गोयठे के चूल्हे पर मिड डे मील पकाया जा रहा है. इतना ही नहीं मध्याह्न भोजन के लिए मिलनेवाली राशि भी हड़पी जा रही है. इसके लिए संयोजिका ने फसाद भी खड़ा किया. पहले अध्यक्ष पांच हजार रुपए लेता था और संयोजिका को 1000 रुपए दिया जाता था. अब संयोजिका इस बात पर अड़ गई कि उन्हें भी अध्यक्ष की तरह 5000 रुपए चाहिए. यह बात ‘शुभम संदेश’ नहीं, बल्कि स्कूल के सचिव सह प्रधानाध्यापक सरयू राम कह रहे हैं. प्रधानाध्यापक का कहना है कि गैस सिलेंडर शादी के बहाने ले जाया गया था. पिछले छह माह से स्कूल में लाने को कह रहे हैं, लेकिन उपाध्यक्ष और संयोजिका घर से गैस सिलेंडर नहीं ला रहे हैं. स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष संजय मेहता ने भी बताया कि कोयले पर मध्याह्न भोजन बनाया जा रहा है. उपाध्यक्ष गीता देवी ने भी स्वीकार किया कि वह चार माह पूर्व गैस सिलेंडर ले गई हैं. उनके घर में पूजा थी.
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सूचना मिलने पर प्रमुख ने किया स्कूल का निरीक्षण
इधर इचाक की प्रमुख पार्वती देवी को इन बातों की सूचना मिली, तो गुरुवार को उन्होंने स्कूल का औचक निरीक्षण किया. प्रमुख ने बताया कि विद्यालय में कई गड़बड़ियां मिली है. प्रमुख ने भी गैस सिलेंडर और राशि की बंदरबांट की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि स्कूल का किचेन शेड पूरी तरह जर्जर है. यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. स्कूल परिसर में कचरे का अंबार पड़ा है. बच्चे स्वच्छ खाना खाने से वंचित हैं.
संयोजिका ने किया लाखों की राशि निकासी का खुलासा
जांच के क्रम में संयोजिका रीता देवी ने कहा कि उनके हस्ताक्षर किए बिना लाखों रुपए की निकासी अध्यक्ष और सचिव ने की है. इस बात की पुष्टि अध्यक्ष और सचिव ने भी की है. इस बात की पुष्टि विद्यालय में छानबीन कर बीईईओ ने भी की.
बीईईओ ने मांगा स्पष्टीकरण
इस पर अध्यक्ष एवं सचिव को बीईईओ बंशीधर राम ने फटकार लगाते हुए बच्चों के बीच पैसे बांटने की बात कही. बीईईओ ने कहा कि इस संबंध में विभाग से स्पष्टीकरण मांगा गया है. नहीं देने पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी.
क्या कहते हैं प्रधानाध्यापक
प्रधानाध्यापक सरयू राम ने कहा कि जिस खाते से पैसे की निकासी की गई है, उस खाते से संयोजिका एवं अध्यक्ष के नाम से राशि की निकासी होती है. सिर्फ वह चेक काट कर दे देते हैं, बाकी मामला दोनों समझें.
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