- झाड़-पोंछ कर निकाले जा रहे 4 साल पहले रखे गये बैनर-पोस्टर, फंडिंग शुरू, ढूंढे जा रहे प्रत्याशी
- 2019 में 14 सीटों पर चुनाव लड़े थे 92 निर्दलीय प्रत्याशी और 37 गुमनाम पार्टियां
- अधिकांश प्रत्याशियों की जमानत हो गई थी जब्त
Ranchi : 2024 के लोकसभा चुनाव के दंगल में उतरने से पहले देश के प्रमुख राजनीतिक दलों ने कसरत शुरू कर दी है. कांग्रेस समेत सभी प्रमुख विपक्षी पार्टियों ने इंडिया बनाकर मोदी को मात देने की योजना बनाई है. वहीं भाजपा एनडीए गठबंधन को मजबूत करने में लगी है. उधर 4 साल तक निष्क्रिय रही छोटी, गुमनाम और अवसरवादी पार्टियां फिर से बाहर निकलने लगी हैं. नये सिरे से संगठन को खड़ा करने की कवायद शुरू हो गई है. प्रत्याशियों की तलाश और चुनाव लड़ने के लिए फंडिंग भी शुरू हो गयी है. अगर झारखंड की बात करें तो 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां की 14 लोकसभा सीटों से कुल 52 दलों ने चुनाव लड़ा था. इनमें से 37 छोटे, गुमनाम और अवसरवादी दल शामिल थे. लेकिन किसी भी पार्टी को सफलता नहीं मिली थी. 92 निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी चुनाव लड़ा था. कोई जीता नहीं और अधिकांश की जमानत जब्त हो गई थी. इस बार भी झारखंड और खतियान नामधारी कई नये राजनीतिक दल और नेता चुनाव से पहले उगने लगे हैं. आदिवासी-मूलवासी मुद्दे पर कुछ नये नेता राज्य के कुर्मी-आदिवासी वोटरों के बीच पॉपुलर भी रहे हैं. भारतीय जनतंत्र मोर्चा और झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति समेत कई दलों ने चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है. जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएगा ऐसे नेताओं और पार्टियों की संख्या बढ़ती जाएगी.
फायदा उठाने के लिए उतरेंगे कई वोटकटवा दल और प्रत्याशी
2019 के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय पार्टियों और राष्ट्रीय मुद्दों के सामने छोटे दलों और निर्दलीय प्रत्याशियों की दाल नहीं गल पाई थी, लेकिन इन छोटे दलों और निर्दलियों ने बड़ी पार्टियों के वोट जरूर काटे थे. 2024 में इंडिया और एनडीए के बीच बड़ा घमासान होने वाला है. ऐसे में सत्ता पक्ष और विपक्ष के गठबंधन को एक-एक वोट का मैनेजमेंट करना होगा. वोटकटवा पार्टियों और प्रत्याशियों को अपने पाले में करने के लिए दोनों गठबंधन कई तरह के दांव पेंच खेलेंगे. उधर इसका फायदा उठाने के लिए इस बार बेवजह कई निर्दलीय प्रत्याशी और गुमनाम पार्टियां सामने आएंगी.
चतरा में 18 फीसदी वोटों पर निर्दलियों और छोटे दलों ने मारा था सेंध
2019 में झारखंड में छोटे दलों और निर्दलीय प्रत्याशियों से भाजपा-कांग्रेस को बहुत ज्यादा नुकसान नहीं हुआ था. राज्य की 14 सीटों में से 13 सीटों पर छोटे दल और निर्दलीय मिलकर भी 10 फीसदी से ज्यादा वोट नहीं ला सके. सिर्फ एक सीट चतरा में निर्दलियों और छोटे दलों के नेताओं ने मिलकर 18 फीसदी वोटों पर सेंध मारा था.
2019 में किस लोकसभा में कितने निर्दलीय और छोटे दल के प्रत्याशी खड़े हुए, कितना वोट काटा
लोकसभा निर्दलीय छोटे दल वोट मिला
रांची 9 9 8%
चतरा 17 6 18%
हजारीबाग 4 9 7%
कोडरमा 3 8 9%
गिरिडीह 3 10 4%
धनबाद 9 9 7%
गोड्डा 6 5 7%
दुमका 9 4 9%
राजमहल 6 6 10%
लोहरदगा 9 3 8%
पलामू 7 9 9%
सिंहभूम 2 5 7%
जमशेदपुर 5 15 9%
खूंटी 3 6 6%
भाजपा-कांग्रेस के अलावा 15 प्रमुख दलों ने लड़ा था चुनाव
भाजपा, कांग्रेस, झामुमो, राजद, आजसू, सीपीआई, सीपीएम, जदयू, बसपा, सपा, टीएमसी, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक, शिवसेना, झारखंड पार्टी, एआईएमआईएम
2019 में झारखंड में उतरी छोटी पार्टियां
बहुजन मुक्ति पार्टी
हिंदुस्तान निर्मल दल
झारखंड पीपुल्स पार्टी
पिछड़ा समाज पार्टी
अंबेडकर पार्टी ऑफ इंडिया
पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया
सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया
आमार बांग्ला
उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना
रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया
अहीर नेशनल पार्टी
बहुजन मुक्ति पार्टी
राष्ट्रीय मानवाधिकार फेडरल पार्टी
भारतीय लोकमत राष्ट्रवादी पार्टी
विश्व शक्ति पार्टी
राष्ट्रीय जनसंघर्ष स्वराज पार्टी
मूलनिवासी समाज पार्टी
हिंदुस्तान नवनिर्माण दल
जनता कांग्रेस
जयप्रकाश जनता दल
भारतीय जन क्रांति दल
भारत प्रभात पार्टी
भारतीय आजाद सेना
पूर्वांचल जनता पार्टी
भारतीय सर्वोदय पार्टी
स्वराज यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया
भारतीय लोक सेवा दल
वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल
जनसंघर्ष विराट पार्टी
प्राउटिस्ट सर्व समाज
कलिंगा सेना
राइट टू रिकॉल पार्टी
भारत प्रभात पार्टी
भारतीय पंचायत पार्टी
राष्ट्रीय सेंगेल पार्टी
भारतीय माइनोरिटीज सुरक्षा महासंघ
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