Ranchi : जल संसाधन विभाग के 37 इंजीनियर्स पर कार्रवाई की तैयारी अंतिम चरण में है. इन पर रांची, खूंटी, लोहरदगा, जमशेदपुर सहित अन्य जिलों की सिंचाई योजनाओं में वित्तीय अनियमितता और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप है. आठ साल से आरोपी इंजीनियर्स के खिलाफ मामला चल रहा है. इसमें 15 से ज्यादा इंजीनियर रिटायर हो चुके हैं.
नगर विकास विभाग 15 निकायों के 1.6 लाख घरों तक पेयजल पहुंचाने के लिए 1447 करोड़ रुपये खर्च करेगा. इस राशि से झुमरीतिलैया, मेदिनीनगर, लोहरदगा, गुमला, कपाली, बड़कीसरैया, रेहला-विश्रामपुर, महागामा, धनवार, डोमचांच, जामताड़ा, हरिहरगंज, बड़हरवा, वंशीधरनगर और छतरपुर शहरी निकाय में कुल 1395 किमी डिस्ट्रीब्यूशन पाइपलाइन बिछेगी. योजना से 8 लाख 17 हजार लोग लाभान्वित होंगे.
यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) कानून के विरोध में आदिवासी संगठनों ने सोमवार को भारत बंद की घोषणा की थी. इसे लेकर सुबह से ही विभिन्न आदिवासी संगठनों के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए. राष्ट्रीय आदिवासी एकता परिषद के बैनर तले कार्यकर्ताओं ने रांची के पिठोरिया, बूटी मोड़ और करमटोली चौक को जाम कर दिया. जिससे राजधानी रांची की सड़कों पर जाम लग गया.
हजारीबाग सदर थाना क्षेत्र के पीटीसी चौक के निकट बंशीधर कॉलोनी के विनायक रेजिडेंसी स्थित फ्लैट नंबर 404 में सोमवार को दिनदहाड़े लाखों की चोरी हुई. बताया जाता है कि विजय कुमार सिंह किराए में पिछले दो साल से यहां रह रहे थे. रविवार को वह अपने परिवार के साथ चतरा जिले के सिंदुरिया नावाडीह अपने गांव गए थे. घर पर उनकी बेटी थी. सुबह 10:00 बेटी विनोबा भावे विश्वविद्यालय क्लास करने के लिए गई. जब क्लास करके 1:30 बजे अपने फ्लैट पहुंची, तो दरवाजे का ताला टूटा हुआ पाया.