New Delhi : अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज लोकसभा में विपक्ष पर हमलावर हुई. कहा कि जनता 2014 और 2019 में UPA के खिलाफ अविश्वास लायी थी. हमें विश्वास है कि 2024 में भी विपक्ष का यही हाल होगा.
लेकिन अविश्वास प्रस्ताव पर निर्मला सीतारमण के बोलना शुरू करने के बाद कांग्रेस, एनसीपी और डीएमके सांसद लोकसभा से वॉकआउट कर गये.
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#WATCH | Union FM Nirmala Sitharaman says, “…When PM Modi restored it (Sengol) to its rightful place in Lok Sabha, that became an issue, that is an insult of the Tamils. The Senglo was ignored for decades. The Senglol was lost in history and kept in some museum. The Kashi Tamil… pic.twitter.com/5h307l7WVO
— ANI (@ANI) August 10, 2023
Congress, NCP and DMK MPs stage a walk-out from the Lok Sabha as Union Finance Minister Nirmala Sitharaman speaks on the No Confidence Motion. pic.twitter.com/EmTSkMsQeD
— ANI (@ANI) August 10, 2023
UPA नाम से भ्रष्टाचार याद आ जाता है
इस क्रम में वित्त मंत्री ने कहा, गठबंधन का नाम(INDIA) सिर्फ इसलिए बदला गया, क्योंकि जनता को UPA नाम से इनका भ्रष्टाचार याद आ जाता है. निर्मला सीतारमण ने कहा, दुनिया मंदी के संकट का सामना कर रही है. चीन, जर्मनी, यूके की अर्थव्यवस्था संकट में है. लेकिन मोदी सरकार द्वारा उठाये गये कदमों की वजह से हमारी अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे तेज गति से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है.
हम कोरोना के बावजूद तेजी से आगे बढ़ रहे हैं
हम कोरोना के बावजूद तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. यह भी कहा कि आपके द्वारा बैंकों में फैलाया हुआ रायता हम साफ कर रहे हैं. सीतारमण ने कहा, यूपीए सरकार में हम सुनते थे कि गरीबी हटाओ. यह 6 दशक तक हम सुनते रहे हैं. लेकिन गरीबी नहीं. लेकिन हम गरीबी कम करने में सफल रहे हैं. गरीबी और कम करने के लिए कदम उठाये गये हैं. सीतारमण ने तंज कसा कि यूपीए सरकार में कहा जाता था, बिजली आयेगी, गैस कनेक्शन मिलेगा. पानी का कनेक्शन मिलेगा. लेकिन अब बिजली मिल गयी, गैस कनेक्शन मिल गया. पानी मिल गया. टॉयलेट बन गये.
सेंगोल का दशकों तक नजरअंदाज किया गया
वित्त मंत्री ने सेंगोल का जिक्र करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने इसे लोकसभा में उचित जगह पर बहाल किया. सेंगोल का दशकों तक नजरअंदाज किया गया. यह तमिलों का अपमान है. यह तिहास में खो गया था. किसी संग्रहालय में रखा गया था. काशी तमिल संगमम ने दिखाया कि कैसे तमिलनाडु और काशी के बीच बहुत गहरे संबंध हैं. पहली बार आपने संयुक्त राष्ट्र में तमिल को उद्धृत होते हुए सुना. मन की बात में पीएम ने कई बार तमिल का इस्तेमाल किया.