चार स्तर पर बनाई गई नार्को को-ऑर्डिनेशन सेंटर मेकानिज्म
मादक पदार्थ के खिलाफ चलेगा विशेष अभियान
जिला स्तरीय को-ऑर्डिनेशन कमिटी की बैठक में डीसी ने दिए कई निर्देश
Amarnath Pathak
Hazaribagh : विभिन्न सरकारी विभागों में समन्वयक बनाकर मादक पदार्थों की तस्करी पर रोकथाम लगाने की पहल जिला प्रशासन की ओर से की जा रही है. इसके लिए शुक्रवार को डीसी ने समाहरणालय सभागार में को-ऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक की. इसमें मादक पदार्थों की तस्करी एवं खेती की रोकथाम तथा विभिन्न स्तर पर समन्वय एवं सहयोग स्थापित करने के लिए विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई. जिले में मादक पदार्थों की तस्करी एवं खेती की रोकथाम के उद्देश्य से चार स्तर पर नार्को को-ऑर्डिनेशन सेंटर मेकानिज्म का गठन किया गया. सभी स्तर पर गठित टीम को पूरी मुस्तैदी एवं समन्वय के साथ काम करने की जिम्मेदारी दी गई. समय पर सूचनाओं का आदान-प्रदान कर त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया. डीसी ने बीडीओ और सीओ को क्षेत्रीय स्तर के कर्मियों की भूमिका सुनिश्चित करने तथा अधिनियम के अनुसार स्थानीय पंचायत जनप्रतिनिधियों एवं आमजनों को जागरूक करने का निर्देश दिया.
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समाज को किया जाएगा जागरूक, चौपारण में चलेगा विशेष अभियान : एसपी
मौके पर पुलिस अधीक्षक चोथे मनोज रतन ने कहा कि मादक पदार्थों की खेती एवं सेवन बहुत ही संवेदनशील और गंभीर विषय है. प्राथमिक स्तर पर ही इसकी रोकथाम एवं इसमें संलिप्त गिरोहों पर कार्रवाई करना आवश्यक है. साथ ही समाज को भी जागरूक करना जरूरी है ताकि इसके दुष्प्रभाव को खत्म किया जा सके. इस बाबत उन्होंने कहा कि सूचना तंत्र को मजबूत करने के साथ-साथ तस्करी पर लगाम लगाने, जिले के चिह्नित प्रखंड खासकर चौपारण के सुदूरवर्ती इलाकों में निगरानी बढ़ाने की बात कही. बताया गया कि मादक पदार्थों की खेती के लिए सुर्खियों में रहनेवाला चौपारण क्षेत्र सुदूरवर्ती होने के साथ-साथ बिहार की सीमा से भी लगा भी हुआ है. वहां विशेष अभियान चलाकर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया.
मुखिया और थाना प्रभारियों को देना होगा शपथ पत्र, चार विभागों को दी गई जिम्मेदारी
मौके पर निर्देश दिया गया कि मुखिया एवं थाना प्रभारियों को शपथ पत्र देना होगा कि मादक पदार्थों की उपज उनके क्षेत्र में नहीं होती है. साथ ही अंतरराज्यीय गिरोह पर निगरानी के लिए पड़ोसी राज्य के पुलिस से समन्वय करने का निर्देश दिया गया. वहीं मादक पदार्थ, सेवन के दुष्प्रभाव एवं अधिनियम की धाराओं संबंधी जनजागरूकता के लिए स्कूल-कॉलेजों में कार्यक्रम करने, सोशल मीडिया, बैनर एवं मीडिया के माध्यम से जागरूकता प्रचार-प्रसार करने का निर्देश जिला जनसंपर्क पदाधिकारी को दिया गया.
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नशा मुक्ति केन्द्र में सभी आवश्ययक सुविधाएं बहाल करने का निर्देश
वहीं सीविल सर्जन को नशा मुक्ति केन्द्र में सभी आवश्ययक सुविधाएं सुनिश्चित करने एवं गतिशील रखने का निर्देश दिया गया. साथ ही कल्लू चौक स्थित समाज कल्याण विभाग के माध्यम से एनजीओ से संचालित केन्द्र में उपलब्ध सुविधाओं, संचालन आदि को चाक-चौबंद रखने, मॉनिटरिंग एवं निगरानी का निर्देश जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को दिया गया. मौके पर जिला औषधि निरीक्षक को प्रतिबंधित दवाओं के विक्रय पर रोकथाम के लिए मेडिकल स्टोरों में नियमित निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया. बैठक में आईपीएस आरिफ इकराम, वन प्रमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी सदर व बरही, सिविल सर्जन सहित कमिटी के अन्य सदस्य और अधिकारी मौजूद थे.