Ranchi : बरियातू थाना क्षेत्र स्थित साइंस सिटी के पास बीते 11 अगस्त देर रात जूस कारोबारी मुकेश और उसके स्टाफ रोहन की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. इसके बाद एसएसपी किशोर कौशल के निर्देश पर एसआईटी टीम का गठन किया गया था. टीम ने इस हत्याकांड के दो मुख्य आरोपियों को बिहार के औरंगाबाद से गिरफ्तार कर लिया है. इसमें रांची जूस सेंटर के संचालक अशोक और धर्मेंद्र शामिल हैं. (पढ़ें, लद्दाख में बोले राहुल गांधी, आरएसएस अपने लोगों को संवैधानिक संस्थानों पर काबिज कर रहा है)
जूस के बढ़ते कारोबार को लेकर की गयी थी हत्या
रांची पुलिस की जांच में डबल मर्डर को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. रांची जूस सेंटर के मालिक धर्मेंद्र और अशोक ने मुकेश कुमार के जूस के बढ़ते कारोबार से परेशान होकर दोनों की हत्या करा दी. जानकारी के अनुसार, मुकेश साव ने मोरहाबादी में तीन जूस सेंटर खोल रखा था और वह चौथे जूस सेंटर खोलने की तैयारी में था. इससे रांची जूस सेंटर के मालिक को आपत्ति थी. इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ था. जिसके बाद रांची जूस सेंटर के मालिक ने मुकेश और उनके स्टाफ की हत्या करा दी. सीसीटीवी फुटेज की जांच में यह बात भी सामने आयी है कि मुकेश और रोहन से दोनों अपराधियों ने पहले बातचीत की और फिर दोनों को गोली मार दी.
इसे भी पढ़ें : Breaking : सीएम हेमंत सोरेन को ईडी का दूसरा समन, 24 अगस्त को उपस्थित होने को कहा
इस वजह से दोनों जूस कारोबारियों के बीच हुई दुश्मनी
झारखंड के चतरा जिले के रहने वाले दो भाई दिनेश साव और मुकेश साव 20 साल से राजधानी के मोरहाबादी मैदान में जूस काउंटर लगा रहे हैं. मुंबई जूस एंड शेक के नाम से मोरहाबादी मैदान में दिनेश और मुकेश के तीन काउंटर हैं. हालांकि गैंगस्टर कालू लामा की हत्या के बाद मोरहाबादी मैदान से जब दुकानों को हटाया गया था, उस दौरान अशोक और धर्मेंद्र की दुकान को भी हटा दिया गया था. इस दौरान दिनेश और मुकेश ने नगर निगम से रजिस्ट्रेशन करवाया और अपनी जूस की दुकानों को स्थायी कर लिया. वहीं लाख कोशिशों के बावजूद अशोक और धर्मेंद्र की दुकान मोरहाबादी मैदान में नहीं लग पायी. अशोक को लगता था कि मुकेश और दिनेश की वजह से उसका जूस काउंटर मोरहाबादी मैदान में नहीं लग पा रहा है. इसी वजह से वह दोनों भाइयों से दुश्मनी पाल रखा था. हाल के दिनों में दिनेश और मुकेश ने एक और नया काउंटर खोल लिया था, जिसे लेकर अशोक और धर्मेंद्र उसे धमकी भी दे रहे थे. इस दोहरे हत्याकांड में मारे गये मुकेश के भाई ने बयान दिया है कि एक जुलाई को लालपुर थाना को शिकायत दी गयी थी. जिसमें उन्होंने उनको मिल रही धमकी और जान का खतरा होने की जानकारी पुलिस को दी थी. लेकिन पुलिस ने इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की.
इसे भी पढ़ें : चिराग पासवान की पशुपति पारस को सलाह, गठबंधन से ग्रीन सिग्नल मिले, तभी हाजीपुर सीट से दावा करें