- मामले ने पकड़ा सियासी रंग, आंदोलन पर अड़ा एकीकृत सहायक अध्यापक संघ
- दिशा की बैठक में लिया गया था निर्णय, प्रक्रिया के अधीन होगी कार्रवाई : डीएसई
Suraj Kumar
Chouparan : चौपारण में दो सहायक अध्यापकों की प्रतिनियुक्ति के मामले ने सियासी रंग पकड़ लिया है. उसके बाद एक ही दिन 20 सितंबर को दो आदेश पत्र निकाले गए. एक आदेश पत्र चौपारण-वन और टू के बीइइओ के हस्ताक्षर से निकला, जिसमें दोनों सहायक अध्यापकों की दूसरे स्कूल में हुई प्रतिनियुक्ति समेत सभी शिक्षकों के डिप्टेशन को रद्द कर दिया गया. वहीं उसी दिन डीएसई संतोष गुप्ता के हवाले से आदेश पत्र निकला, जिसमें दोनों बीइइओ के आदेश पत्र को निरस्त कर दिया गया. मामला चौपारण प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय गरमोरवा के सहायक अध्यापक शिवकुमार यादव और उत्क्रमित मध्य विद्यालय भंडार के दिनेश कुमार यादव का प्रतिनियोजन मूल विद्यालय से दूसरे विद्यालय में करने से जुड़ा है. इस प्रतिनियोजन को एकीकृत सहायक अध्यापक संघ ने सहायक अध्यापक नियमावली 2022 के पंचायत एवं प्रखंड स्तर के प्रशासनिक सह अनुशासनिक प्राधिकार के विरुद्ध बताया. साथ ही बीइइओ से कहा गया कि यह प्रतिनियोजन गलत है, इसे निरस्त करें. अगर इस पर निर्णय नहीं लिया गया, तो बुधवार से सहायक अध्यापक बीआरसी कार्यालय के समक्ष आमरण अनशन शुरू करेंगे. इसके लिए संघ ने सोमवार को एक दिवसीय धरना भी दिया था. इस आंदोलन का समर्थन बरही के पूर्व विधायक मनोज यादव ने भी किया था. वहीं शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति दिशा की बैठक में बरही विधायक उमाशंकर अकेला के उठाए गए मामले के बाद किया गया था.
जारी रहेगा आंदोलन : चंदन मेहता
एकीकृत सहायक अध्यापक संघ के जिलाध्यक्ष ने कहा कि आमरण अनशन आंदोलन स्थगित नहीं होगा. दोनों सहायक अध्यापकों की प्रतिनियुक्ति रद्द होने तक संघ आमरण अनशन पर रहेगा.
दिशा की बैठक में निर्णय पर होगा विचार : डीएसई
डीएसई संतोष गुप्ता ने कहा कि सारा निर्णय दिशा की बैठक में लिया गया था. दिशा की बैठक में उच्चाधिकारियों के आदेश का पालन किया गया है. सहायक अध्यापकों की प्रतिनियुक्ति के मामले में बैठक कर विचार किया जाएगा, उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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