Hazaribagh : टाटीझरिया के दुधमटिया में लगने वाले 7 अक्टूबर को वन और पर्यावरण मेला को लेकर जागरूकता साइकिल रैली निकाली गई. रैली हजारीबाग से टाटीझरिया तक निकली, जिसमें सैकड़ो की संख्या में छात्र और पर्यावरणविदों ने हिस्सा लिया. 25 किलोमीटर की साइकिल यात्रा के जरिए आमलोगों को पर्यावरण को लेकर जागरूक किया गया. साथ ही साथ रास्ते में पडॉने वाले गांवों में भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान पर्यावरण मेला में आने के लिए आमंत्रित भी भी किया गया. .इस वर्ष वन पर्यावरण मेला का 29 वर्ष पूरा हो जाएगा. इसे लेकर भी पर्यावरण संरक्षकों में काफी उत्साह है.
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साल 1995 में शुरू हुआ पर्यावरण मेला
1995 मे शुरू हुई वन और पर्यावरण मेला में जल, जंगल और जमीन को बचाने को लेकर दुधमटिया टाटीझरिया मे हर साल 7 अक्तूबर को जुटते हैं. मेले को सफल बनाने को लेकर एक दिन पहले हजारीबाग से टाटीझरिया तक 25 किलोमीटर तक साइकिल यात्रा निकाली गई. साइकिल यात्रा की शुरुआत साल 2008 में हुई थी. यात्रा का मकसद पर्यावरण मेले का प्रचार प्रसार करना है. साइकिल रैली में लोग पारंपरिक गाना बजाना के साथ मेले का प्रचार प्रसार करते हुए टाटीझरिया तक पहुंचे. उनका हर चौक चौराहे पर स्वागत किया जाता है. यात्रा के दौरान साइकिल पर सवार पर्यावरण प्रहरी रास्ते में लोगों को मेले में आने का आग्रह किया. दुधमटिया पहुंचने पर वन्य प्राणी सुरक्षा समिति के लोग उनका स्वागत किया. सभी लोग यात्रा मे साइकिल चलाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते रहे. साइकिल रैली को आरसीसीएफ सतीश चंद्र राय ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. उन्होंने कहा कि दो कार्यक्रम इस वक्त चल रहा है. वन्य जीव सप्ताह के साथ-साथ पर्यावरण मेला का आयोजन किया जा रहा है. 7 अक्टूबर को दोनों कार्यक्रमों का समापन होगा. कार्यक्रम को लेकर वन विभाग भी उत्साहित है.
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29 साला से जारी है मुहिम
दुधमटिया पर्यावरण मेला के उप संयोजक मुरारी सिंह ने बताया कि जो मुहिम आज से 29 साल पहले शुरू किया गया था वह अब परिणाम भी दे रहा है. दुधमटिया में वृक्ष रक्षाबंधन का कार्यक्रम शुरू किया गया था. जो धीरे-धीरे पूरे देशभर में फैल गया. मेला के सफल आयोजन को लेकर साइकिल रैली एक दिन पूर्व निकाला गया. जगह-जगह पर लोगों को जागरूक करने के लिए नुक्कड़ नाटक का मंचन भी हुआ. 7 अक्टूबर को तय कार्यक्रम के अनुसार पर्यावरण मेला प्रारंभ होगा. जिसमें हजारीबाग के अलावा दूसरे जिले से भी पर्यावरणविद् पहुंचेंगे और लोगों को जागरूक करेंगे.