स्वास्थ्य बीमा के फॉर्म पर हस्ताक्षर के लिए शिक्षकों से वसूली की शिकायत
बिफरा संघ, कहा-बीइइओ पर हो कार्रवाई, रिश्वतखोरी में भेजें जेल
Hazaribagh : हजारीबाग के इचाक में बीइइओ के नाम पर लेन-देन का मामला उजागर हुआ है. स्वास्थ्य बीमा के फॉर्म पर हस्ताक्षर के लिए शिक्षकों से वसूली की शिकायत आयी है. फॉर्म पर बीइइओ के हस्ताक्षर के बाद ही आगे की प्रक्रिया बढ़ती है. ऐसे में बीइइओ के नाम पर कार्यालय कर्मी शिक्षकों से 100-100 रुपए वसूल रहे हैं. इसका कई शिक्षकों ने विरोध किया है. दरअसल सरकार की ओर से शिक्षकों का स्वास्थ्य बीमा किया जा रहा है. पहले शिक्षकों को मेडिकल के लिए 1000 रुपए मिलते थे. अब वह प्रावधान खत्म कर उसी मेडिकल की राशि से मासिक पांच सौ रुपए की कटौती होगी. सालाना 6000 रुपए में सरकारी व सेवानिवृत्त शिक्षकों का पांच लाख का स्वास्थ्य बीमा होगा. इतनी राशि तक का इलाज तब होगा, जब शिक्षक अस्पताल में भर्ती होंगे.
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सेवानिवृत्त शिक्षकों ने कहा- 100-100 रूपये लिए गए
सेवानिवृत्त शिक्षक प्रकाश उपाध्याय, द्वारिका पांडे समेत कई शिक्षकों ने बताया कि उनसे 100-100 रुपए लिए गए. शिक्षकों ने बीइइओ पर आरोप लगाया कि वह बिना पैसे के फॉर्म पर हस्ताक्षर नहीं कर रहे हैं. शिक्षकों ने यह भी कहा कि इसका विरोध भी किया. कार्यालय में कर्मियों के माध्यम से बीइइओ पैसे ले रहे हैं. जो शिक्षक पैसे नहीं दे रहे, उनका फॉर्म अब तक हस्ताक्षर कर आगे नहीं बढ़ाया गया और न ही आवेदकों को दिया जा रहा है. स्वास्थ्य बीमा फॉर्म जमा करने की समय-सीमा 15 अक्तूबर तक निर्धारित है. शिक्षक परेशान हैं. लेकिन उनके पास लेनदेन कर हस्ताक्षर कराने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. शिक्षकों को यह भय सता रहा है कि अगर विवाद में उलझे, तो समय रहते फॉर्म पर हस्ताक्षर नहीं हुआ, तो नाहक सरकारी स्वास्थ्य बीमा योजना के लाभ से कहीं वंचित न होना पड़े.
कदम-कदम पर वसूली गोरखधंधा : प्राथमिक शिक्षक संघ
इधर इस बात की जानकारी मिलने पर झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ बिफर उठा है. संघ के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि कदम-कदम पर शिक्षकों से नाजायज वसूली का गोरखधंधा सही नहीं है. सेवानिवृत्त शिक्षकों से पैसा लेना और जायज काम में उन्हें बार-बार दौड़ाना तो महापाप है. ऐसे शिक्षा पदाधिकारियों पर जिला मुख्यालय से त्वरित कार्रवाई करने की जरूरत है. ऐसे बीइइओ पर कार्रवाई करते हुए सलाखों के पीछे भेज दिया जाना चाहिए.
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बीइइओ से सेवानिवृत्त शिक्षक की हो गई बहसाबहसी
इस संबंध में जब शिक्षक ने बीइइओ से कहा कि वह पैसा नहीं देना चाहते हैं, लेकिन उनके नाम पर कार्यालय में कर्मी ने उनसे 100 रुपए लिए. इस बात पर इचाक के बीइइओ बंशीधर राम भड़क गए. उन्होंने कहा कि यह हो नहीं सकता. इस पर शिक्षक ने कहा कि उनसे बीइइओ के नाम पर कार्यालय कर्मी ने 100 रुपए लिए हैं. कई शिक्षकों ने ऐसी ही शिकायत की है.