New Delhi : भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार को कहा कि कतर की एक अदालत द्वारा मौत की सजा पाये भारतीय नौसेना के सभी आठ पूर्व कर्मियों को वापस लाने के लिए भारत कानूनी लड़ाई लड़ेगा. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय आलोक ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में इस मामले से संबंधित एक सवाल के जवाब में कहा कि विदेश मंत्रालय पहले से ही इस मामले को देख रहा है. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
BJP National Spokesperson Shri @alok_ajay addresses a press conference at party headquarters in New Delhi. https://t.co/ZXKkgWIwiJ
— BJP (@BJP4India) October 27, 2023
Our Vishwa Guru must intervene
8 Indian ex-Navy officers given the death penalty by a Qatar court
Held accountable on charges which have not been even made public by Qatari authorities
Our government must explore all options for their release
— Kapil Sibal (@KapilSibal) October 26, 2023
The Indian National Congress has noted with the greatest anguish, distress and shock the most disturbing developments in Qatar regarding 8 former officers of the Indian Navy. It hopes and expects that the Govt of India will use its diplomatic and political leverage with the Qatar…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) October 26, 2023
हम निश्चित रूप से उन्हें वहां से वापस लाने में सफल होंगे
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, भारत ने इस मुद्दे पर अपना रुख भी स्पष्ट कर दिया है. उन्होंने कहा, हम यह देखकर हैरान हैं कि ऐसी चीजें भी होती हैं. हम इस मामले में कानूनी लड़ाई लड़ेंगे. कहा कि अंतरराष्ट्रीय न्यायालय भी है. मुझे लगता है कि भारत सरकार अपना पक्ष रखेगी और हम निश्चित रूप से उन्हें वहां से वापस लाने में सफल होंगे. कतर के अधिकारियों ने भारतीयों के खिलाफ लगाये गये आरोपों को सार्वजनिक नहीं किया गया है.
एमईए ने कहा कि वह इस मामले को बहुत महत्व दे रहा है
अपनी प्रतिक्रिया में विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा है कि वह इस मामले को बहुत महत्व दे रहा है और सभी कानूनी विकल्प तलाश रहा है. जिन्हें सजा सुनाई गयी है, उनमें पूर्व भारतीय नौसेनाकर्मी कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कमांडर पूर्णेन्दु तिवारी, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कमांडर सुगुनाकर पकाला, कमांडर संजीव गुप्ता, कमांडर अमित नागपाल और नाविक रागेश शामिल हैं,
भारत ने कहा कि वह इस फैसले से बेहद स्तब्ध है
भारतीय नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों को कतर की अदालत की ओर से गुरुवार को मौत की सजा सुनाये जाने पर भारत ने कहा कि वह इस फैसले से बेहद स्तब्ध है और इस मामले में सभी कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहा है. ये सभी आठ भारतीय नागरिक अल दाहरा कंपनी के कर्मचारी हैं जिन्हें पिछले साल जासूसी के कथित मामले में हिरासत में ले लिया गया था.
कपिल सिब्बल ने कहा, पीएम मोदी को हस्तक्षेप करना चाहिए
वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री मोदी से हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा कि सरकार को उनकी रिहाई के लिए सभी विकल्प तलाशने चाहिए. कपिल सिब्बल ने अपने एक्स पर लिखा, हमारे विश्व गुरु (पीएम मोदी) को हस्तक्षेप करना चाहिए. कतर की एक अदालत ने आठ भारतीय पूर्व नौसेना अधिकारियों को मौत की सजा सुना दी.
पूर्व कांग्रेस नेता ने कहा, उन आरोपों पर जवाबदेह ठहराया गया है, जिन्हें कतर के अधिकारियों ने सार्वजनिक भी नहीं किया है. हमारी सरकार को उनकी रिहाई के लिए सभी विकल्प तलाशने चाहिए.
भारत सरकार कतर के साथ अपने कूटनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल करे
जयराम रमेश ने कहा, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारतीय नौसेना के 8 पूर्व अधिकारियों के संबंध में कतर में सबसे परेशान करने वाले घटनाक्रम को अत्यंत पीड़ा, संकट और सदमे के साथ नोट किया है. उम्मीद है कि भारत सरकार कतर के साथ अपने कूटनीतिक और राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल करेगी.