New Delhi : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार पर संविधान प्रदत्त स्वतंत्रता को कुचलने और इसमें कटौती करने का हर संभव तरीका अपनाने का आरोप लगाया है. कहा कि प्रत्येक नागरिक को संविधान, उसके लोकाचार और उसके मूल्यों पर होने वाले हमले पर सवाल उठाना चाहिए. खड़गे ने संविधान दिवस पर यह टिप्पणी की. भारत ने 1949 को आज ही के दिन संविधान को अंगीकार किया था.
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The Constitution of India is the lifeline of our Democracy.
As we observe and celebrate the 74th Constitution Day, we bow in utmost reverence to its makers — for they guaranteed the social, economic and political rights of every Indian.
Today, the spirit of our Constitution,… pic.twitter.com/yyHtaNNlSY
— Mallikarjun Kharge (@kharge) November 26, 2023
Today 74 years ago, the Constitution of India that is Bharat, was formally adopted by the Constituent Assembly. The PM & his drumbeaters will of course proclaim their allegiance to it. This is sheer hypocrisy on three counts.
First, the RSS had nothing whatsoever to do with the…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) November 26, 2023
भारत का संविधान हमारे लोकतंत्र की जीवन रेखा है
खड़गे ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, भारत का संविधान हमारे लोकतंत्र की जीवन रेखा है उन्होंने कहा, जब हम 74वां संविधान दिवस मना रहे हैं, तो ऐसे में हम इसके निर्माताओं को अत्यंत श्रद्धा से नमन करते हैं – क्योंकि उन्होंने प्रत्येक भारतीय के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक अधिकारों की गारंटी दी. खड़गे ने आरोप लगाया कि वर्तमान शासन संविधान प्रदत्त सभी स्वतंत्रताओं को कुचलने और कम करने के लिए हर संभव तरीका इस्तेमाल कर रहा है.
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा-राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा संविधान पर किया जा रहा व्यवस्थित और तीक्ष्ण हमला सरकारी तंत्र में हर कहीं बड़े पैमाने पर दुरुपयोग में दिखाई देता है. खड़गे ने कहा, एक राष्ट्र के रूप में हम जल्द ही उस चरम बिंदु पर पहुंच सकते हैं जहां सामाजिक न्याय और सद्भाव समाप्त हो जायेगा और कमजोर वर्गों के अधिकार धीरे-धीरे छीन लिये जायेंगे.
विभाजन और नफरत की राजनीति के खिलाफ खड़े होने का समय
उन्होंने कहा, यह विभाजन और नफरत की इस राजनीति के खिलाफ खड़े होने का समय है. कांग्रेस इस लड़ाई को आगे बढ़कर लड़ रही है. खड़गे ने कहा, प्रत्येक नागरिक को हमारे संविधान, उसके लोकाचार और उसके मूल्यों पर हमले पर सवाल उठाना चाहिए.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि संविधान सभा ने भारत के संविधान को 74 साल पहले औपचारिक रूप से अंगीकार किया था.
आरएसएस का संविधान के निर्माण से कोई लेना-देना नहीं था
उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री और उनके ढोल बजाने वाले लोग इसके प्रति अपनी निष्ठा की निश्चित रूप से घोषणा करेंगे. यह तीन आधार पर सरासर पाखंड है उन्होंने दावा किया कि पहला, आरएसएस का संविधान के निर्माण से कोई लेना-देना नहीं था और उसने वास्तव में इसका विरोध किया था. रमेश ने कहा, दूसरा, प्रधानमंत्री ने अपने कुछ समर्थकों को संविधान को पूरी तरह से फिर से लिखने की वकालत करने के लिए पहले ही तैयार कर लिया है.
असहमति को दबाया जा रहा है
तीसरा, प्रधानमंत्री ने सभी संवैधानिक निकायों की स्वतंत्रता एवं पेशेवर स्वायत्तता को नष्ट कर दिया है और संवैधानिक अधिकारियों को स्पष्ट रूप से पक्षपाती बनने के लिए प्रोत्साहित किया है.कांग्रेस ने एक्स’ पर लिखा, आइए, हम सभी इसके मूल्यों को अपनाने और वर्तमान शासन में इस पर हो रहे लगातार हमलों से इसे बचाने का संकल्प लें. खड़गे ने कहा, असहमति को दबाया जा रहा है, संस्थानों को सत्तावादी व्यवस्था लागू करने के बड़े खेल में मोहरा बनने की कगार पर धकेला जा रहा है, सामाजिक बदलाव की आड़ में नफरत परोसी जा रही है.
राहुल गांधी ने शांति, करुणा का संदेश फैलाने भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्व किया
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने शांति, विविधता में एकता, सौहार्द और करुणा का संदेश फैलाने के लिए भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्व किया. खड़गे ने कहा कि उनके अधिक लोगों, अधिक राज्यों और समाज के अधिक वर्गों तक पहुंचने के साथ यह यात्रा जारी है. कहा कि जैसे हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी, उसी तरह हम निडर होकर लड़ने और लोकतंत्र की रक्षा करने में सक्षम हैं. उन्होंने कहा, आज उन प्रेरणादायी नेताओं से प्रेरणा लेने का दिन है.
हम, भारत के लोग विजयी होंगे, जय हिंद
खड़गे ने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू, बी आर आंबेडकर, सरदार वल्लभभाई पटेल, मौलाना अबुल कलाम आजाद, डॉ राजेंद्र प्रसाद, के एम मुंशी, सरोजिनी नायडू, अल्लादी कृष्णास्वामी अय्यर, राजकुमारी अमृत कौर और कई प्रतिष्ठित हस्तियों को न केवल इस दिन, बल्कि रोजाना याद किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, हम उनकी दूरदर्शिता और बुद्धिमत्ता के ऋणी हैं. उन्होंने कहा, हम, भारत के लोग विजयी होंगे. जय हिंद.