दो दिवसीय महोत्सव का सीएम हेमंत सोरेन सोमवार को करेंगे शुभारंभ
Bermo : बेरमो अनुमंडल अंतर्गत गोमिया प्रखंड के ललपनिया स्थित संथालियों के प्रमुख धर्मस्थल लुगूबुरु घंटाबाड़ी धोरोमगढ़ में रविवार को लुगू बाबा के पूजन-दर्शन के लिए एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच गए हैं. संथालियों के इस महान तीर्थ स्थल पर पूजन महोत्सव शुरू हो गया है. लुगूबुरु घंटाबाड़ी धोरोमगढ़ में दो दिवसीय 23वां अंतरराष्ट्रीय संथाल सरना धर्म महासम्मेलन सोमवार को होगा. यहां पिछले तीन दिनों से झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ व असम सहित अन्य राज्यों के श्रद्धालुओं का जत्था पहुंच रहा है. जत्थे में शामिल महिला-पुरुषों व बुजुर्गों ने छरछरिया झरना (सीता नाला) में स्नान कर सात किलोमीटर ऊंची खड़ी चढ़ाई चढ़कर लुगू पहाड़ पर पुनाय थान में अपने आराध्य देव लुगू बाबा व लुगू आयो की पूजा-अर्चना की.
पारंपरिक वस्त्रों व संथाली साहित्य की दुकानों में उमड़ रही भीड़
लुगूबुरु घंटाबाड़ी धोरोमगढ़ परिसर धर्म महासम्मेलन के दौरान आयोजित मेले में सैकड़ों अस्थायी दुकानें सजाई गई है. उनमें पारंपरिक वस्त्रों, वाद्य यंत्रों, संथाली साहित्य से जुड़ी किताबों आदि की दुकानों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. इस दो दिवसीय राजकीय महोत्सव में 27 नवंबर को झारखंड मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शिरकत करेंगे. वह दोरबारी चट्टान स्थित लुगूबुरु घंटाबाड़ी धोरोमगढ़ एवं पुनाय थान में पूजा-अर्चना करने के बाद दीप जलाकर धर्म महासम्मेलन का शुभारंभ करेंगे.
पुनाय थान मंदिर में सात देवी-देवताओं की होती पूजा
लुगूबुरु घंटाबाड़ी धोरोमगढ़ के दोरबारी चट्टान स्थित पुनाय थान (मंदिर) में सात देवी-देवताओं की पूजा होती है. सबसे पहले पाहन यहां मारंग बुरु की पूजा कराते हैं. उसके बाद लुगूबुरु, लुगू आयो, घंटाबाड़ी गो बाबा, कुड़ीकोन बुरु, कपसा बाबा व बीरा गोसाईं की पूजा की जाती है.
वर्ष-2001 में की गई लुगूबुरु घंटाबाड़ी धोरामगढ़ की स्थापना
ललपनिया स्थित संथालियों के धर्मस्थल लुगूबुरु घंटाबाड़ी धोरोमगढ़ की स्थापना वर्ष-2001 में की गई. उसके बाद धोरोमगढ़ समिति के अध्यक्ष बबुली सोरेन व सचिव लोबिन मुर्मू ने अपने सहयोगियों के साथ झारखंड के विभिन्न जिलों में जाकर उसका प्रचार-प्रसार किया. परिणामस्वरूप, संथालियों के लिए यह विश्व प्रसिद्ध धर्मस्थल के रूप में विख्यात हो गया. वर्ष-2018 में राज्य सरकार ने यहां कार्तिक पूर्णिमा में होने वाले सरना धर्म महासम्मेलन को राजकीय महोत्सव का दर्जा दिया.
बबुली सोरेन ने बताया कि लुगूबुरु घंटाबाड़ी धोरोमगढ़ में आयोजित दो दिवसीय धर्म महासम्मेलन में रविवार तक एक लाख से अधिक श्रद्धालु देश-विदेश से पहुंच चुके हैं. उनमें झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ व असम सहित नेपाल व भूटान के भी श्रद्धालु हैं. बांग्लादेश व मिजोरम से भी श्रद्धालुओं का जत्था यहां पहुंचने वाला है.
डीसी-एसपी ने लिया तैयारियों का अंतिम जायजा, अधिकारियों को दिये जरूरी दिशा-निर्देश
ललपनिया स्थित लुगूबुरु घांटाबाड़ी धोरोमगाढ़ 23वां अंतर्राष्ट्रीय सरना धर्म महासम्मेलन रविवार को शुरू हो गया. 27 नवंबर को मुख्यमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर डीसी कुलदीप चौधरी, एसपी प्रियदर्शी आलोक ने जायजा लिया. उनके साथ उप विकास आयुक्त कीर्तीश्री जी., अपर नगर आयुक्त सौरव भुवानिया, एसडीओ चास दिलीप प्रताप सिंह शेखावत समेत जिला स्तरीय पदाधिकारीगण उपस्थित थे.
डीसी-एसपी ने क्रमवार टेंट सिटी, विभिन्न पार्किंग स्थलों, लुगूबुरु घांटाबाड़ी धोरोमगाढ़ आदि स्थलों का निरीक्षण किया. पदाधिकारियों ने यहां पहुंचे श्रद्धालुओं से बात की. प्रशासन द्वारा की गई तैयारियों के संबंध में पूछा. श्रद्धालुओं ने प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं पर प्रसन्नता व्यक्त की.
मौके पर डीसी -एसपी ने सबंधित अधिकारियों को कई दिशा-निर्देश दिये. कहा कि जिसे जो दायित्व दिया गया है उसका सही से अनुपालन करेंगे. कहीं कोई चूक नहीं हो, इसे सुनिश्चित करेंगे. इससे पूर्व पूजा समिति के अध्यक्ष बबुली सोरेन एवं सदस्यों के साथ श्यामली गेस्ट हाउस में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की.
मौके पर सिविल सर्जन डॉ. दिनेश कुमार, एसडीओ शैलेश कुमार, एसडीपीओ बीएन सिंह, जिला परिवहन पदाधिकारी वंदना सेजवलकर, विशेष कार्य पदाधिकारी कुमार कनिष्क, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी राहुल भारती, गोमिया बीडीओ महादेव महतो, सीओ प्रदीप कुमार, खेल पदाधिकारी हेमलता बुनू, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार आदि उपस्थित थे.
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