Uttarkashi : प्रधानमंत्री मोदी के प्रमुख सचिव डॉ पीके मिश्र ने आज सोमवार को सिलक्यारा पहुंचकर पिछले दो सप्ताह से फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए चलाये जा रहे बचाव कार्यों का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने ग्राफिक प्रस्तुतिकरण एवं मैपिंग के माध्यम से साढ़े चार किलोमीटर लंबी निर्माणाधीन सुरंग की भौगोलिक स्थिति को समझा.
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#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Neeraj Khairwal, Secretary, Government of Uttarakhand, says, “…Today, Principal Secretary PK Mishra from PMO paid a visit… He said safety and security are important… He said that care should be taken of people stranded… pic.twitter.com/xfzsgwshgS
— ANI (@ANI) November 27, 2023
VIDEO | Uttarkashi tunnel collapse UPDATE: PK Mishra, Principal Secretary to the Prime Minister, speaks to the 41 trapped workers at the rescue site. pic.twitter.com/VRkTEPr0T2
— Press Trust of India (@PTI_News) November 27, 2023
Clarification on nefarious attempts to link us to the unfortunate collapse of a tunnel in Uttarakhand. pic.twitter.com/4MoycgDe1U
— Adani Group (@AdaniOnline) November 27, 2023
प्रमोद कुमार (पीके) मिश्र ने सुरंग के अंदर चल रहे बचाव कार्य की बारीकियों को समझा और अधिकारियों के साथ ही इस काम में जुटे इंजीनियर और श्रमिकों से बात कर उनका हौसला बढ़ाया. इस मौके पर उन्होंने मलबे में फंसी ऑगर मशीन के ब्लेड एवं शैफ्ट को काटने वाले श्रमिकों टिंकू दुबे, अमित, शशिकांत, झारू राम, राधे रमण दुबे, ओम प्रकाश, एनडी अहमद से बात कर उनकी सराहना की.
श्रमिकों से बातचीत कर उनका हाल-चाल जाना
उन्होंने अधिकारियों को अंदर फंसे श्रमिकों के साथ राहत बचाव कार्य में जुटे सभी लोगों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिये. प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव ने सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों के लिए भेजी जा रही भोजन सामग्री के बारे में जानकारी ली. उन्होंने सुरंग में राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) द्वारा स्थापित ऑडियो कम्युनिकेशन सेटअप (श्रव्य संचार प्रणाली) एवं बीएसएनएल द्वारा स्थापित टेलीफोनिक कम्युनिकेशन सिस्टम (दूरसंचार प्रणाली) के माध्यम से अंदर फंसे गब्बर सिंह सहित अन्य श्रमिकों से बातचीत कर उनका हाल-चाल जाना.
मिश्र ने श्रमिकों के परिजनों से मुलाकात कर हौसला बढ़ाया
उन्होंने श्रमिकों से अपना ध्यान रखने के लिए कहा तथा उन्हें बताया कि बचाव अभियान में सभी लोग मेहनत कर रहे हैं और कई मोर्चों पर कार्य जारी है. उन्होंने कहा कि सभी को जल्द बाहर निकालने की कोशिश जारी है. मिश्र ने सुरंग में फंसे श्रमिकों के परिजनों से भी मुलाकात करके उनका हौसला बढ़ाया और कहा कि पूरा देश श्रमिकों की शीघ्र और सुरक्षित निकासी के लिए दुआ कर रहा है.
उन्होंने कहा कि परिजनों को हौसला बनाये रखना होगा और सरकार उनके साथ खड़ी है. यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बन रही सिलक्यारा सुरंग का एक हिस्सा 12 नवंबर को ढह गया था जिसके कारण उसमें काम कर रहे 41 श्रमिक फंस गये थे. उन्हें बाहर निकालने के लिए युद्ध स्तर पर बचाव अभियान चलाया जा रहा है.
सुरंग निर्माण में शामिल कंपनी में हमारी कोई हिस्सेदारी नहीं है
उद्योगपति गौतम अडानी के समूह ने आज यह स्पष्ट किया कि उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग के निर्माण में उनकी कोई प्रत्यक्ष या परोक्ष भागीदारी नहीं है. अडानी समूह के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि सुरंग के निर्माण में शामिल कंपनी में समूह का कोई स्वामित्व या हिस्सेदारी नहीं है. उल्लेखनीय है कि सोशल मीडिया के एक हिस्से में सिलक्यारा सुरंग के निर्माण में अडानी समूह के शामिल होने का संदेह जताया गया है.
हमारी संवेदनाएं फंसे हुए मजदूरों तथा उनके परिवारों के साथ
प्रवक्ता ने कहा, हम स्पष्ट करते हैं कि अडानी समूह या उसकी किसी अनुषंगी कंपनी की सुरंग के निर्माण में किसी भी प्रकार की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष भागीदारी नहीं है. हम यह भी स्पष्ट करते हैं कि सुरंग के निर्माण में शामिल कंपनी में हमारी कोई हिस्सेदारी नहीं है. अडानी समूह ने उसका नाम इस हादसे से जोड़े जाने की कड़ी निंदा की और कहा, इस समय हमारी संवेदनाएं फंसे हुए मजदूरों तथा उनके परिवारों के साथ हैं.