- युवक को रोजगार से जोड़ने के लिए ई–रिक्शा भी किया गया भेंट तो बेटी को दिया गया उपहार
- डीपीएस मैदान में हुआ सामूहिक विवाह का आयोजन, 5000 से अधिक लोग बने विवाह के साक्षी
- बेटियों के गरीब माता-पिता के चेहरे खुशी से खिले
Hazaribagh : सदर विधायक मनीष जायसवाल ने और उनके परिवार वालों ने पत्थर की बड़ी लकीर खींच दी है. यह आने वाले समय में प्रेरणा का स्रोत भी बनेगा. वैसे सक्षम व्यक्ति जो आर्थिक रूप से संपन्न हैं, वो समाज की भलाई के लिए आगे भी आएंगे. दरअसल, सरद विधायक के प्रयास से गुरुवार को 25 जोड़ों का सामूहिक विवाह बड़े धूमधाम और भव्यता के साथ संपन्न कराया गया.
इस मांगलिक समारोह के सैकड़ों लोग गवाह बने. डीपीएस स्कूल के मैदान में बनाए गए अलग-अलग 25 मंडपों पर 25 जोड़े सात फेरे लेकर एक-दूजे के हो गए. वैसे तो समाज में कई बार सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया है. हालांकि, सदर विधायक के सौजन्य से कराए गए इस सामूहिक विवाह का इंतजाम सबसे अलग रहा. पिछले एक साल से वैसे निर्धन परिवार की तलाश की गई, जो अपनी बेटी की शादी करने की इच्छा रखते थे. वर भी तलाश लिया था. लेकिन, आर्थिक समस्या के कारण बेटी का विवाह नहीं करा पा रहे थे. ऐसे लोगों की तलाश भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने की थी. एक साल के अथक प्रयास और तैयारी के बाद शाही अंदाज में ऐसे 25 जोड़ों विवाह संपन्न कराया गया. विवाह संपन्न कराने के बाद सदर विधायक मनीष जायसवाल ने कहा कि जो भी व्यक्ति सक्षम हैं, उन्हें समाज के लिए कुछ करना चाहिए.
दूसरी ओर जिनके बच्चों की शादी हो रही थी, उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था. बेटियों के पिता ने कहा कि पिता के कंधे पर सबसे बड़ी बोझ बेटी की शादी की होती है. आज उसे बोझ को सदर विधायक ने उतार दिया. बेटी की शादी करने के समय बचाया हुआ धन और संपत्ति सभी बिक जाते थे. लेकिन विधायक के प्रयास से ऐसा विवाह संपन्न कराया गया जो आने वाले कई सालों तक यह चर्चा का विषय रहेगा. उन्होंने यह भी कहा कि शाही शादी के बारे में गरीब मां-बाप कभी सोच भी नहीं सकते थे. लेकिन ऐसा विवाह भी साकार हो गया.
वर को ई-रिक्शा व वधु को दिए साजो-समान
सदर विधायक मनीष जायसवाल ने कहा कि गरीब परिवारों की बेटियों की शादी कराने के पीछे एक उद्देश्य भी था. उनके दो जुड़वा भाइयों की शादी की 25वीं सालगिरह को यादगार बनाने के लिए यह कार्यक्रम किया गया. हर साल एक बेटी की शादी के अनुसार 25 जोड़ों का विवाह कराया गया. महत्वपूर्ण बात यह है कि विवाह कराने के साथ-साथ वर को रोजगार से भी जोड़ने का काम किया गया है. लड़के को ई-रिक्शा दिया गया, ताकि वह अपना और परिवार का जीवन यापन कर सके. वहीं, बेटी को फ्रीज, टीवी, वाशिंग मशीन, कपड़े और बर्तन भेंट स्वरूप दिए गए.
दिन के 11 से शाम 5 बजे तक चला समारोह
सामूहिक विवाह समारोह की शुरुआत सुबह 11 बजे से शुरू हुई, जो संध्या 5 बजे संपन्न हुई. लगभग 5000 से अधिक लोग इस वैवाहिक समारोह के साक्षी बने. सदर विधायक मनीष जायसवाल और उनके पूरा परिवार ने बारातियों का स्वागत किया. वहीं, बीएसएफ मेरू की ब्रास बैंड की मनोहारी प्रस्तुति ने शादी समारोह में चार चांद लगा दिया. वैवाहिक मंगलाचरण के लिए कोलकाता के ख्यातिप्राप्त राघवेन्द्र कुमार गौतम उर्फ राघव पंडित जी और उनके 40 पंडितों की टीम के मंत्रो उच्चारण से पूरा फिजा गूंजता रहा. 25 जोड़ों ने अग्नि को साक्षी को मान एक-दूजे का दामन थाम लिया.
कई विधायक व अन्य जनप्रतिनिधि बने गवाह
सामूहि विवाह स्थल पर बारातियों और शादी में शामिल होने वाले अतिथियों के मनोरंजन की भी भरपूर व्यवस्था की गई है. इसके लिए 30 सदस्यीय कलाकारों की प्रस्तुति ने लोगों का जीत लिया. इस शादी समारोह को एक प्रसिद्ध इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ने संचालित किया. वहीं, समारोह में आए सभी मेहमानों के लिए लजीज व्यंजनों की की व्यवस्था थी. सभी ने इसका लुत्फ उठाया. इस विवाह समारोह में मुख्य रूप से आए जनप्रतिनिधियों में मांडू विधायक जयप्रकाश भाई पटेल, बोकारो विधायक बीरांची नारायण, कांके विधायक समरी लाल, कोडरमा विधायक डॉ. नीरा यादव भी शामिल रहीं.
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