Satya Sharan mishra
Ranchi : झारखंड बीजेपी ने पार्टी की तरफ से बयान देने के लिए सात प्रवक्ताओं की नियुक्ति की है. हर प्रवक्ता को आधिकारिक बयान जारी करने के लिए सप्ताह में एक दिन मिला हुआ है. लेकिन पिछले एक महीने से प्रवक्ता खामोश हैं. मीडिया में वे नियमित बयान जारी नहीं कर रहे हैं. बीजेपी के सूत्र बता रहे हैं कि प्रवक्ताओं की आजादी छीन ली गई है. इनकी जुबान पर ताला जड़ दिया गया है. प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश की अनुमति के बिना प्रवक्ताओं का बयान बीजेपी के आधिकारिक व्हाट्सएप, फेसबुक और ट्विटर हैंडल से पोस्ट नहीं हो सकता.
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7 प्रवक्ताओं में कुणाल को छोड़ किसी को नहीं मिला मौका
प्रदेश बीजेपी में प्रदीप सिन्हा, प्रतुल शाहदेव, सरोज सिंह, अविनेश कुमार, मिस्फिका हसन, अमित कुमार और कुणाल षाडंगी प्रवक्ता हैं. लेकिन सिर्फ कुणाल षाड़ंगी को ही पिछले एक महीने में 2 बार आधिकारिक बयान देने का मौका मिला है. अन्य किसी प्रवक्ता इस दौरान ऑफिशियल बयान देने का मौका नहीं मिला है. प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी और प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू ही बयान दे रहे हैं. एक महीने के अंदर प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने बीजेपी की ओर से 18, बाबूलाल मरांडी ने 7 और आदित्य साहू ने 7 ऑफिशियल बयान जारी किये हैं.
बयान भेजते हैं प्रवक्ता, लेकिन रोक देता है प्रदेश नेतृत्व
कोरोना की दूसरी लहर आने और मधुपुर उपचुनाव खत्म होने के बाद बीजेपी मुख्यालय में नेताओं के आने की संख्या कम हो गयी. प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव की मां का निधन हो गया और वे खुद भी कोरोना पॉजिटिव हो गये. इसलिए मीडिया और सोशल मीडिया में एक्टिव नहीं रहे. लेकिन दूसरे प्रवक्ता एक्टिव रहे. उन्होंने कई बार वर्तमान राजनीतिक मुद्दों पर अपने बयान जारी करने के लिए मीडिया विभाग को भेजा, जो ऊपर से रोक दिया गया. उन्हें बोला गया कि इस मुद्दे पर आज पार्टी के बड़े पदाधिकारी बोलेंगे. प्रवक्ता मिस्फिका हसन ने हाल में ही रूपा तिर्की मामले पर बयान जारी करने के लिए पार्टी के मीडिया विभाग को भेजा था. इस मुद्दे पर बाबूलाल मरांडी बोलने वाले थे इसलिए मिस्फिका का बयान रोक दिया गया.
इस वजह से प्रवक्ताओं के बयान आने कम हुए हैं
महीने भर पहले पार्टी प्रवक्ता हर मुद्दे पर बेबाक बयान देते थे. सप्ताह में एक के बजाय 3-4 बयान छपते थे. सत्ता पक्ष ने मौका दिया नहीं कि भाजपा प्रवक्ता ऑफिशियल बयान दे देते थे. सूत्र बताते हैं कि कुछ प्रवक्ता कई गंभीर मुद्दों पर जल्दबाजी में हल्के बयान जारी कर देते थे, जबकि उस मुद्दे पर पार्टी के बड़े नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस और बड़ा कवरेज चाहते थे. इस वजह से थोड़ी कड़ाई की गई.
सोशल मीडिया पर भी बाबूलाल-दीपक प्रकाश ही छाये
हालांकि प्रवक्ताओं को सोशल मीडिया पर लिखने की पूरी छूट है. लेकिन वहां भी पार्टी के बड़े नेताओं का ही बोलबाला है. दीपक प्रकाश और बाबूलाल मरांडी जहां महीने में दर्जनों बयान दे रहे हैं. वहीं सोशल मीडिया पर भी हर दिन 2-4 मुद्दों पर कुछ न कुछ प्रतिक्रिया छोड़ रहे हैं. ऐसे में प्रवक्ताओं के बयान और ट्वीट की जगह इन दोनों नेताओं के ही ट्वीट को मीडिया प्राथमिकता दे रही है.
लक्ष्मण गिलुआ के समय प्रवक्ताओं को खूब मिली थी आजादी
प्रवक्ताओं की जुबान पर प्रदेश बीजेपी में पहली बार ताला लगा है. जब बीजेपी में रघुवर दास की चलती थी और लक्ष्मण गिलुआ प्रदेश अध्यक्ष थे, तब प्रवक्ता खूब बयान देते थे. उस वक्त प्रवक्ताओं को बकायदा टास्क मिलता था कि आज अमुक मुद्दे पर आपको बयान जारी करना है. तब सिर्फ प्रवक्ता ही बोलते थे. प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ का बयान महीने में 2-3 से ज्यादा नहीं आता था.
एक महीने में किस नेता ने दिया कितना बयान
4 मई- साहेबगंज महिला थाना प्रभारी मौत मामले की हो सीबीआई जांच : बाबूलाल मरांडी
5 मई- दीदी के संरक्षण में भाजपा कार्यकर्ताओं पर हो रहे हैं हमले: दीपक प्रकाश
6 मई- बंगाल में गुंडों को राजनैतिक संरक्षण देना बंद करे दीदी: दीपक प्रकाश
7 मई- प्रधानमंत्री पर बचकाना ट्वीट कर हेमंत सोरेन ने राज्य को शर्मशार किया: दीपक प्रकाश
8 मई- झारखंड की होनहार बेटी रूपा को न्याय दिला कर रहेगी भाजपा: दीपक प्रकाश
9 मई- कोरोना संक्रमित पत्रकारों को फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स की मान्यता दे सरकार: बाबूलाल मरांडी
9 मई- झूठ की खेती बंद करे झामुमो: दीपक प्रकाश
10 मई- बंगाल में भाजपा खीचेगी नयी लकीर: दीपक प्रकाश
11 मई- हेमंत सरकार ने किसानों को दिया धोखा: आदित्य साहू
12 मई- कांग्रेस संकट में भी देश में फैलाना चाहती है भ्रम और अराजकता: बाबूलाल मरांडी
13 मई- राज्यवासियों की सुरक्षा मामले में भी तुष्टिकरण कर रही हेमंत सरकार: दीपक प्रकाश
13 मई- अपनी विफलताओं का ठीकरा केंद्र पर न फोड़ें स्वास्थ्य मंत्री: आदित्य साहू
14 मई- कोरोना काल में पीएम किसान सम्मान निधि किसानों को देगा बड़ी राहत: दीपक प्रकाश
15 मई- ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से फैल रहा है कोरोना संक्रमण, सरकार करे पुख्ता कार्रवाई: आदित्य साहू
15 मई- कांग्रेस पार्टी जनता को ‘राहत’ दे, आहत ना करे: कुणाल षाड़ंगी
16 मई- धान खरीद का बकाया राशि शीघ्र भुगतान करे हेमंत सरकार: दीपक प्रकाश
16 मई- झारखंड सरकार पत्रकारों को फ्रंटलाइन वर्कर का दर्जा शीघ्र दे: बाबूलाल मरांडी
18 मई- हेमंत सरकार में अन्नदाता हुए बेबस-लाचार: दीपक प्रकाश
19 मई- हेमंत सरकार ने पूर्व विधायक की चिट्ठी पर भी नहीं लिया संज्ञान: दीपक प्रकाश
19 मई- रूपा तिर्की मौत की जांच अविलंब सीबीआई को सौंपी जाये : बाबूलाल मरांडी
20 मई- कोरोना संकट में भी कांग्रेस पार्टी कर रही राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ : दीपक प्रकाश
22 मई- रूपा तिर्की हत्या मामले की सीबीआई जांच की अनुशंसा करें मुख्यमंत्री : बाबूलाल मरांडी
24 मई- वैक्सीन की जगह कफन बांटने की योजना अफसोसजनक : कुणाल षाड़ंगी
26 मई- देश में सर्वाधिक वैक्सीन की बर्बादी झारखंड में दुर्भाग्यजनक : दीपक प्रकाश
26 मई- किसानों का मजाक उड़ाना हेमंत सरकार के डीएनए में है शामिल : आदित्य साहू
27 मई- कमिटेड क्राइम हुआ नहीं, तो फिर रघुवर दास पर पीसी एक्ट कैसे लागू होगा: दीपक प्रकाश
28 मई- डेढ़ साल में एक सीटी स्कैन मशीन नहीं खरीद सकी राज्य सरकार: बाबूलाल मरांडी
30 मई- भाजपा कार्यालय निर्माण से संबंधित खबर निराधार एवं भ्रामक: आदित्य साहू
31 मई- वैक्सीन के संबंध में कांग्रेस ने फैलाया भ्रम: दीपक प्रकाश
31 मई- गरीबों के खाते में पहुंच रहा सौ का सौ, कांग्रेस वाला पंद्रह पैसा नहीं: आदित्य साहू
1 जून- साहिबगंज में गुंडा, दलाल, भ्रष्ट और बिचौलियों का है गठबंधन: बाबूलाल मरांडी
1 जून- पलटी मार सरकार, हेमंत सरकार: दीपक प्रकाश
2 जून- जैक बोर्ड की परीक्षा रद्द करे हेमंत सरकार: दीपक प्रकाश
2 जून- निरंकुश प्रशासन और भूख से मौत ,राज्य सरकार की पहचान: दीपक प्रकाश
2 जून- झामुमो बताये,राज्य सरकार ने कितनी वैक्सीन खरीदी है : आदित्य साहू
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