Ranchi : झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन स्पीकर ने बीजेपी के तीन विधायक बीरंची नारायण, जय प्रकाश भाई पटेल और भानु प्रताप शाही को पूरे सत्र के लिए सदन से निलंबित कर दिया. सत्र के चौथे दिन सदन से निलंबित तीनों विधायकों ने विधानसभा के मुख्य द्वार पर डेरा जमाया है. बीरंची, भानू और जय पटेल तीनों गद्दा, चद्दर और तकिया लगाकर धरने पर बैठे हैं. भानु प्रताप शाही ने कहा कि सदन में हमलोग युवाओं के हक की आवाज उठाते हैं तो हमें निलंबित कर दिया जाता है. यह लोकतंत्र और संविधान का उल्लंघन करने जैसा है. कहा कि जब भाजपा की सरकार बनेगी और बाबूलाल मरांडी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. उसके 24 घंटे के अंदर इरफान अंसारी के घर पर बुलडोजर चलवायेंगे.
हेमंत सोरेन ने अपने आकाओं को खुश करने के लिए तीन विधायकों की बलि ली
वहीं भाजपा विधायक बीरंची नारायण ने बताया यह सरकार युवा विरोधी है. बेरोजगार विरोधी है. हेमंत सोरेन की सरकार नोट गिनने में और घोटाला करने में व्यस्त है. इस सरकार ने चार साल में कई हजार करोड़ का घोटाला किया है. हर वर्ग के लोगों को ठगने का काम किया है. कहा कि हमने सदन के अंदर सवाल पूछा तो हमें निलंबित कर दिया गया. आगे कहा कि क्या हमने जूता चप्पल चलाया. हमने संवैधानिक तरीके से मांग की. वेल में गये. अगर वेल में जाना असंवैधानिक है, तो विपक्षी विधायक क्या करेंगे. कहा कि लगता है हेमंत सोरेन अपने आकाओं को खुश करने के लिए दिल्ली की तर्ज पर तीन विधायकों की बलि ली है. लेकिन हम हार नहीं मानेंगे.
हमारा निलंबन वापस ले और सदन की कार्यशैली को सुधारे
वहीं भाजपा विधायक जयप्रकाश भाई पटेल ने कहा कि झारखंड के 75% युवाओं को नौकरी देने का झूठा आश्वासन किया गया. केवल 6000 युवाओं को ही नौकरी मिली. बाकि युवा त्रस्त है. कहा कि स्पीकर के एक तरफा कार्रवाई के खिलाफ आज हम विधानसभा के मुख्य द्वारा पर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. हम लोगों को टारगेट करके का काम किया जा रहा है. हमारा निलंबन वापस ले और सदन की कार्यशैली को सुधारे.