Adityapur (Sanjeev Mehta) : शिक्षा में चरित्र निर्माण ही शिक्षा का अंतिम लक्ष्य है, लेकिन पढ़ाई लिखाई शिक्षण में अहम है. उक्त बातें सरायकेला खरसावां जिले के कांड्रा स्थित एसकेजी क्लब में आयोजित गुरुकुल पब्लिक स्कूल के वार्षिक समारोह में के मुख्य अतिथि वयोवृद्ध शिक्षक जेडी महतो ने कही. वार्षिक समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि एवं सम्मानित अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया.
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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि जेडी महतो ने कहा कि कहा कि चरित्र और नैतिकता के तरफ हमारा ध्यान कम हो रहा है. कहा जाता है की मां बच्चे की प्रथम शिक्षिका होती है और परिवार जो है वह बच्चों के लिए प्रथम पाठशाला होती है. इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया, जिसमें छोटे-छोटे बच्चों ने महिषासुर वध, बाल रामायण, वेस्टेज ऑफ द फ्रूट, सहित एक से बढ़कर एक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी. मौके पर बच्चों के अभिभावकगण भी मौजूद थे.