New Delhi : दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में नकली दवाओं की सप्लाई की खबर पर बवाल मचा हुआ है. खबर है कि अस्पतालों में Amlodipine, Levetiracetam, Pantoprazole आदि दवा टेस्टिंग में फेल हो हो गयी है. इस मामले में दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने विजिलेंस विभाग की रिपोर्ट के आधार पर मामले की सीबीआई जांच कराने की सिफारिश की है. अब इसपर भाजपा केजरीवाल सरकार पर हमलवार हो गयी है. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
Delhi Health Minister Saurabh Bharadwaj says, ” I can’t test the medicines myself, I can give directions and I have done that, I have said that one official is not doing his work properly and action must be taken against him but the Centre is not ready to do that. It’s been a… https://t.co/JyLlf5061V pic.twitter.com/jjQ1EJ8SZW
— ANI (@ANI) December 23, 2023
On the Vigilance Department’s report of spurious drugs in Delhi government hospitals, Delhi LG VK Saxena writes to Chief Secretary Naresh Kumar directing him for an investigation and CBI inquiry into it.
— ANI (@ANI) December 23, 2023
Directions of Delhi Health Minister dated 21.3.2023 for audit of Medicines procured and action taken report asked from Health Secretary dated 24.7.2023. However, no response came from the Health Secretary: Delhi Health Minister’s Office pic.twitter.com/Id1ajuA9Ts
— ANI (@ANI) December 23, 2023
दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में दी जा रही दवाओं के नमूने फेल
दिल्ली भाजपा प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने आज शनिवार को कहा, दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में दी जा रही दवाओं के नमूने फेल हो गये हैं. कहा कि सैंपल लैब रिपोर्ट और विजिलेंस रिपोर्ट यही कह रही है. अरविंद केजरीवाल और उनके स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज दिल्ली के लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. यह शर्मनाक और दर्दनाक है. दिल्ली सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है.’
उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कहा है कि मरीजों को नकली दवा देना काफी चिंताजनक. लाखों लोगों को ये दवा दी जा रही हैं. उपराज्यपाल ने दवाओं की खरीदारी में भारी बजट आवंटन पर चिंता जताई है. केंद्रीय खरीद एजेंसी के जरिए खरीद कर दवा सरकारी अस्पतालों के साथ ही मोहल्ला क्लीनिकों को दी गयी हैं. उपराज्यपाल ने इन दवाओं को अस्पताल से फौरन हटाने के आदेश दिये हैं.
उन्होंने कहा,औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम, 1940 के तहत नियमों और वैधानिक प्रावधानों के अनुसार सरकार के साथ-साथ निजी विश्लेषकों या प्रयोगशालाओं द्वारा दवाओं का परीक्षण किया गया और परीक्षण में विफल इन दवाओं को ‘मानक गुणवत्ता के अनुरूप नहीं’ के रूप में वर्गीकृत किया गया है.
केजरीवाल को ईडी का तीसरा समन, कानूनी राय लेगी आप
एक खबर और है कि आम आदमी पार्टी विपश्यना से लौटने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा भेजे गये नये समन पर कानूनी राय लेगी. पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने शनिवार को यह बात कही. केजरीवाल के गुरुवार को दूसरे समन पर पेश नहीं होने के बाद ईडी ने शुक्रवार को दिल्ली की आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले की जांच के क्रम में पूछताछ के लिए उन्हें फिर से नोटिस जारी कर तीन जनवरी को पेश होने को कहा है. पर्यावरण मंत्री राय ने एक संवाददाता सम्मेलन से इतर पीटीआई-वीडियो से कहा, वर्तमान में, मुख्यमंत्री विपश्यना कर रहे हैं. उन्होंने कहा, उनसे कोई संपर्क नहीं है. उनके लौटने पर हम कानूनी राय लेंगे और फिर इस बारे में फैसला करेंगे.
विपश्यना कार्यक्रम के लिए अज्ञात स्थान पर चले गये केजरीवाल
समन पर आप ने शुक्रवार को एक बयान में कहा था कि यह देश भर में आप की बढ़ती लोकप्रियता के चलते सिर्फ राजनीतिक प्रतिशोध है. आप के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल को यह तीसरा नोटिस है. वह दो नवंबर और 21 दिसंबर को पहले के दो समन पर संघीय एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए थे. दिल्ली के मुख्यमंत्री बुधवार को अपने विपश्यना कार्यक्रम के लिए किसी अज्ञात स्थान पर चले गये. उन्होंने बुधवार को ईडी को अपना जवाब भेजा था.