LagatarDesk : भारतीय शेयर बाजार में रिकॉर्ड तोड़ तेजी के बाद मुनाफावसूली के कारण बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स में 376.79 अंक यानी 0.52 प्रतिशत की गिरावट आयी. इस उतार-चढ़ाव के बीच बीते सप्ताह सेंसेक्स की टॉप 10 में से तीन कंपनियों में मार्केट कैप 70,312.7 करोड़ बढ़ा. वहीं सात कंपनियों का बाजार मूल्याकंन 68,783.2 करोड़ घट गया. उतार-चढ़ाव के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे ज्यादा फायदे में रही. रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार मूल्यांकन 47,021.59 करोड़ रुपये बढ़कर 17,35,194.85 करोड़ पर पहुंच गया. वहीं हिंदुस्तान यूनिलीवर का मार्केट कैप 12,241.37 करोड़ की वृद्धि के साथ 6,05,043.25 करोड़ हो गयी. एचडीएफसी बैंक का मार्केट वैल्यूएशन 11,049.74 करोड़ की बढ़ोतरी के साथ 12,68,143.20 करोड़ हो गयी.
इन सात कंपनियों का एमकैप 68,783.2 करोड़ घटा
दूसरी तरफ आईसीआईसीआई बैंक का बाजार पूंजीकरण 30,235.29 करोड़ घटकर 6,97,095.53 करोड़ रह गया. टीसीएस का मूल्यांकन 12,715.21 करोड़ गिरकर 13,99,696.92 करोड़, एसबीआई का 10,486.42 करोड़ कम होकर 5,68,185.42 करोड़, इंफोसिस का 7,159.5 करोड़ गिरावट के साथ 6,48,298.04 करोड़ और आईटीसी का मूल्यांकन 3,991.36 करोड़ घटकर 5,67,645.03 करोड़ रह गया. इसके अलावा भारती एयरटेल का बाजार मूल्यांकन 2,108.17 करोड़ कम होकर 5,56,134.58 करोड़ और एलआईसी का 2,087.25 करोड़ घटकर 5,01,635.57 करोड़ रह गया.
एफपीआई ने दिसंबर में अबतक 57,300 करोड़ डाले
राजनीतिक स्थिरता की संभावनाओं, अमेरिका में बॉन्ड पर प्रतिफल में लगातार गिरावट और भारत की आर्थिक वृद्धि में मजबूती दर्शाने वाले आंकड़ों के बीच दिसंबर में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) का भरोसा भारतीय बाजार से थोड़ा बढ़ा है. विदेशी निवेशकों ने इस महीने अब तक भारतीय शेयर बाजारों में 57,300 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है. इस तरह इस साल भारतीय बाजार में एफपीआई का कुल निवेश 1.62 लाख करोड़ से अधिक हो गया है. वहीं एफपीआई ने भारतीय बॉन्ड बाजार में 15,545 करोड़ लगाये हैं. इसके पहले निवेशकों ने नवंबर में बॉन्ड बाजार में 14,860 करोड़ और अक्टूबर में 6,381 करोड़ का निवेश किया था.
एक साल में एफपीआई ने एक महीने में सबसे अधिक किया निवेश
डिपॉजिटरी आंकड़ों के मुताबिक, एफपीआई ने दिसंबर महीने में अब तक भारतीय इक्विटी बाजार में 57,313 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया है. यह एक साल में उनका एक महीने में सबसे अधिक निवेश है. इससे पहले एफपीआई ने अक्टूबर में 9,000 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था. हालांकि अगस्त और सितंबर महीनों में विदेशी निवेशकों ने 39,300 करोड़ की शुद्ध निकासी की थी. एफपीआई ने सर्वाधिक निवेश वित्तीय सेवा क्षेत्र में किया है. जबकि वाहन, पूंजीगत सामान और दूरसंचार जैसे क्षेत्रों में भी उन्होंने दिलचस्पी दिखायी.