सीएम के परिवार का रिकॉर्ड ही भगोड़े का : मरांडी
Ranchi : भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने मंगलवार को प्रेसवार्ता की. बाबूलाल ने कहा कि पिछले दिनों सीएम के करीबियों के यहां छापे पड़े. करोड़ों मिले. इसके बाद जांच एजेंसियों ने केस करने को लिखा पर कुछ नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि राज्य की जनता को हेमंत सरकार से अब उम्मीद नहीं बची. राज्य में भगोड़ा मुख्यमंत्री है जो ईडी और सीबीआई के डर से भागते-भागते दिल्ली से रांची पहुंच गया. उन्होंने कहा कि वह कैसा दृश्य रहा होगा, जब एक राज्य का मुख्यमंत्री ईडी-सीबीआई के डर से छुप कर दिल्ली से भाग रहा होगा. जो मुख्यमंत्री ईडी, सीबीआई की डर से भागता फिर रहा वह राज्य की सुरक्षा क्या करेगा. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन का परिवार ही भगोड़ा है. इनके पिता शिबू सोरेन भी मनमोहन सिंह की सरकार में संसद से भाग गए थे. कई दिनों तक लापता रहे, फिर इनको तिहाड़ जेल जाना ही पड़ा था.
भ्रष्टाचारियों को अंतिम मुकाम तक पहुंचा कर ही दम लेंगे
बाबूलाल ने कहा कि बीजेपी भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार संघर्ष कर रही है. भ्रष्टाचारियों को अंतिम मुकाम तक पहुंचा कर ही दम लेंगे. जिसकी जहां अंतिम जगह है, वहां पहुंचा कर ही विश्राम लेगी. एक दिन सभी चोरों को होटवार जेल जाना ही होगा. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन भी कितना भागेंगे, कब तक भागेंगे. इन्हें एक दिन होटवार में जाना ही पड़ेगा. उन्होंने कहा कि सीएम स्वयं भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और भ्रष्टाचारी, दलालों, बिचौलियों के संरक्षक भी हैं. तभी तो इन्होंने ईडी द्वारा भेजे गए पत्र पर भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की. उनपर मुकदमे दर्ज नहीं किए. उन्होंने कहा कि भाजपा भ्रष्टाचार मुक्त झारखंड केलिए संकल्पित है. पार्टी की लड़ाई तब तक जारी रहेगी, जबतक राज्य को भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों से मुक्ति न दिला दें. भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को पार्टी अंतिम मुकाम तक पहुंचाएगी.
जेएसएससी परीक्षा में भ्रष्टाचार की हो सीबीआई जांच
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने मंगलवार को प्रेसवार्ता की. जेएसएससी परीक्षा में हुए भ्रष्टाचार पर बड़ा निशाना साधा. उन्होंने कहा कि चार वर्षों से हेमंत सरकार में केवल लूट और भ्रष्टाचार ही हुआ है. यह सरकार कोयला, लोहा, बालू, पत्थर और जमीन की तरह युवाओं की नौकरी भी लुटवा रही. उन्होंने कहा कि जेएससीसी की परीक्षा अपरिहार्य कारणों से नहीं बल्कि भ्रष्टाचार उजागर होने के कारण रद्द करनी पड़ी है. परीक्षा के पहले ही प्रश्न पत्र सोशल मीडिया ग्रुप में घूम रहे थे. बेरोजगार अभ्यर्थियों से 35 लाख से 50 लाख रुपए तक लेकर प्रश्न पत्र बेचे गए. मरांडी ने कहा कि यह कोई पहली बार नहीं हुआ, बल्कि 7वीं से 10 वीं जेपीएससी परीक्षा की कहानी भी सबको पता है. कैसे विभिन्न जिलों के सेंटर से क्रमवार रॉल नंबर से परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए. कैसे इस सरकार ने पहले इस परीक्षा के भ्रष्टाचार से इंकार किया था और बाद में रद्द हुए. उन्होंने कहा कि सरकार ने हर साल 5 लाख युवाओं को नौकरी देने की बात कही थी. विधानसभा में बेरोजगार युवाओं को 5-7 हजार रुपए मासिक भत्ता देने की बात कही थी. कोई भी वादा धरातल पर नहीं उतरा. अब सरकार ने नियुक्ति प्रक्रिया को पैसा कमाने का जरिया बना लिया है. अन्य राज्यों में भी कमीशन है, नियुक्ति प्रक्रिया होती है. उन्होंने कहा कि राज्य में लाखों पद रिक्त हैं, लेकिन बहाली नहीं होने से राज्य का बेरोजगारी दर 18%पहुंच गया. राज्य में आज रजिस्टर्ड बेरोजगारों की संख्या 11लाख से ज्यादा है. जिसमें 1 लाख से ज्यादा स्किल्ड बेरोजगार हैं. उन्होंने कहा कि यह सरकार भ्रष्टाचार की जनक,बपोषक और संरक्षक है. इससे अब उम्मीद नहीं. उन्होंने कहा कि सरकार केवल परीक्षा को रद्द करके रफा दफा नही करें. जेएसएससी के अध्यक्ष सहित परीक्षा संचालित करने वाली एजेंसी पर एफआईआर दर्ज हो और पूरे मामले की सीबीआई जांच हो.
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