Chulbul
Ranchi: कोरोना महामारी के कारण इस वर्ष क्रिसमस सेलिब्रेशन काफी फीका है. संक्रमण से बचाव के लिए गैदरिंग, हाथ मिलाना, गले लगना और सामूहिक मिस्सा बंद है. ऐसे में इस वर्ष क्रिसमस में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होगा, भीड़ नहीं लगेगी और न ही चर्च में अन्य लोगों को प्रवेश करने दिया जाएगा.
संत मारिया गिरजाघर के पल्ली पुरोहित फादर आनंद डेविड खलखो और कैथलिक महासभा के अध्यक्ष एल्बैनुस तिग्गा ने बताया कि इस वर्ष रांची महाधर्मप्रांत द्वारा की गयी अपीलों के तहत रांची पैरिश में सादगी से क्रिसमस मनाया जायेगा. गिरजाघर की अंदर से सजावट की जायेगी.
इसे भी पढ़ें: रांची: शख्स ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट छोड़ सास, ससुर और पत्नी के मौसा को बताया गुनाहगार, मिले सजा
गरीबों को दिया जायेगा दान
पहले चर्च के बाहर की भव्य सजावट लोगों के आकर्षण का केंद्र रहती था. लेकिन इस वर्ष क्रिसमस सेलिब्रेशन के लिए चर्च के अंदर ही सजावट की जायेगी. सजावट, लाइटिंग सहित अन्य ताम-झाम से बचाये गये पैसों को चर्च गरीबों और जरुरतमंदों के बीच दान करेगा. इस बार महिला संघ चर्च की साफ-सफाई, पुरुष संघ मैनेजमेंट का काम और युवा वर्ग चर्च की सजावट का कार्य करेगा.
क्रिसमस के अवसर पर कलीसिया द्वारा हर वर्ष लोयला मैदान में हजारों गरीबों को भोजन कराया जाता था. इस बार भी कोविड संबंधी गाइडलाइन का पालन करते हुए यह कार्य जारी रखा जायेगा.
क्रिसमस मिस्सा के बाद बंद कर दिया जायेगा चर्च परिसर
क्रिसमस के दिन चर्च में मसीही समुदाय के अलावा दूसरे समुदाय के लोग भी कैंडल जलाने, प्रार्थना करने और सजावट देखने आते हैं. लेकिन इस साल ऐसा संभव नहीं हो पायेगा. मिस्सा के बाद भीड़ को कंट्रोल करने के लिए चर्च बंद कर दिया जायेगा. चर्च में मोहल्ले की प्रवेश सूची बनायी गयी है. सूची के अनुसार ही मोहल्ले के लोग चर्च के अंदर जा सकेंगे.
इसे भी पढ़ें: लोकल मार्केट में खुलेआम बिक रहा Made In China
आध्यात्मिक तैयारी के लिए रांची पैरिश ने जारी की सूची
इस वर्ष पाप स्वीकार कार्यक्रम दोपहर 3:30 बजे से और मिस्सा शाम 5:30 बजे से किया जायेगा. बढ़ीटोली और पुराना बैंक डेरा में 10 दिसंबर, टमटम टोली में 11 दिसंबर, गढ़ाटोली, गुंगुटोली, कोनका और सिरम टोली में 12 दिसंबर, पत्थलकुदवा में 14 दिसंबर, कुम्हार टोली में 15 दिसंबर, अल्बर्ट कंपाउड में 16 दिसंबर, चुनवा टोली में 17 दिसंबर, ढुमसा टोली में 18 दिसंबर और फतिमानगर और पुरानी रांची में 19 दिसंबर का दिन आध्यात्मिक तैयारी के लिए निर्धारित किया गया है.