आर्थिक सहयोग करने वालों का लगा तांता
Chauparan (Hazaribagh) : प्रखंड के सबसे वरिष्ठ और अनुभवी पत्रकार डी मुन्ना का आकस्मिक निधन रविवार देर रात को दिल्ली में इलाज के दौरान हो गया. वे पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे और उनका इलाज दिल्ली के एम्स में चल रहा था. वह रिचेकअप के लिए अपनी पत्नी और छोटे बेटे को लेकर दिल्ली गए हुए थे. इसी बीच रविवार को उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और उनकी मौत हो गई. पत्नी ने हिम्मत रखते हुए चौपारण के कुछ लोगों को इसकी जानकारी दी. सुबह तक यह दुखद खबर पूरे क्षेत्र में फैल गई. जिसने भी सुना उसने गहरा दुख व्यक्त किया और भगवान से उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की.
आठवीं क्लास से ही पत्रकारिता के प्रति था बड़ा लगाव
डी मुन्ना का लगाव पत्रकारिता की तरफ आठवीं क्लास से ही हो गया था. वे स्कूली शिक्षा के दौरान ही अपनी लेखनी से सबों को अपनी ओर ध्यान आकृष्ट करवाये. उसके बाद वे 1995 में पहली बार प्रभात खबर से जुड़े और कुछ वर्षों के बाद से अबतक वे हिंदुस्तान अखबार में जुड़कर क्षेत्र की कई समस्याओं को जोरदार तरीके से उठाते रहे थे. उत्कृष्ट और असरदार लेखिनी भी इनकी पहचान थी. ये काफी मधुर स्वभाव के थे और पत्रकारिता जीवन में बिल्कुल बेदाग रहे. वह अपने पीछे अपने बुजुर्ग पिता, पत्नी, तीन पुत्री और दो पुत्र को रोते-बिलखते छोड़ गए. उनकी बड़ी पुत्री मुक्ता भारती मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रही है. वहीं अन्य बच्चे भी अभी पढ़ाई ही कर रहे हैं.
वहीं निधन के खबर सुन कर विधायक उमाशंकर अकेला, पूर्व विधायक मनोज कुमार यादव, जिप सदस्य राकेश रंजन, रवि अकेला, आरती कौशल सहित हजारों लोगों ने शोक संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि पत्रकारिता क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति, अत्यंत दुःखद व पीड़ादायक क्षण है. पत्रकारिता क्षेत्र में अपनी अमिट छाप छोड़ने वाले पत्रकार डी मुन्ना के असामयिक निधन पर पूर्व विधायक ने कहा कि मुन्ना जी के पीड़ित परिजनों को भविष्य में हर संभव मदद करूंगा. इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं-नेताओं व समाजसेवियों ने मुन्ना जी के पीड़ित परिवार को आर्थिक सहयोग दिया. वहीं उनके पार्थिक शरीर का आज अंतिम संस्कार उनके गांव के श्मशान घाट में होगा.
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