Ranchi: CCIM (Central Council of Indian medicine) के उस पहल का IMA ने विरोध किया है, जिसके तहत आयुर्वेदिक चिकित्सक भी शल्य तंत्र विशेषज्ञ यानि सर्जन की डिग्री लेकर लगभग 58 प्रकार के मॉर्डन मेडिसीन की सर्जरी करने के लिए अधिकृत होंगे. इसमें Gynecology, Ophthalmology, ENT, Dental, Gastro Intestinal Surgery, Plastic Surgery जैसी सर्जरी शामिल है. इस नये नियम को लेकर IMA के राष्ट्रव्यापी आंदोलन में झाऱखंड चैप्टर के चिकित्सक भी शामिल हुए. IMA के सचिव प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि मिक्सोपैथी (MYXOPATHY) लोगों के सेहत के साथ खिलवाड़ करने जैसा है. आयुर्वेदिक, युनानी और होमियोपैथिक पद्धति को एलोपैथिक के साथ मिक्स करना अनुचित एवं समाज के लिए घातक है.
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हर जिले में किया प्रदर्शन
MYXOPATHY के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आंदोलन के दौरान मंगलवार को IMA झारखंड में विरोध प्रदर्शन किये गये हैं. वहां चिकित्सकों ने इस पहल को गलत बताया है. इसके विरोध में राज्य के तमाम जिलों के चिकित्सक और IMA के सदस्य भी शामिल हुए.
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