- मंदिर प्रांगण में रखी गई है प्रतिमा, तीन जुलाई से आरंभ होगा प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान
- पांच जुलाई को प्रख्यात जीवन प्रबंधन विशेषज्ञ एवं आध्यात्मिक गुरु पं विजय शंकर मेहता श्रद्धालुओं को करेंगे संबोधित
Jamshedpur (Anand Mishra) : भगवान श्री लक्ष्मीनारायण की प्रतिमा मंगलवार को जयपुर से जमशेदपुर पहुंचr. प्रतिमा को दोपहर बाद टfनप्लेट चौक से केबुल टाउन स्थित श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर प्रांगण में लाया गया. आगामी तीन से प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान आरंभ होगा, जो सात जुलाई तक चलेगा. इस बीच पांच जुलाई को प्रख्यात जीवन प्रबंधन विशेषज्ञ एवं आध्यात्मिक गुरु पं विजय शंकर मेहता का आगमन होगा. वे यहां श्रद्धालुओं को संबोधित करेंगे.
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श्रद्धालुओं के सैलाब में शामिल हुए विधायक सरयू राय
आज टिनप्लेट चौक से मंदिर प्रांगण तक भगवान की प्रतिमा को लेकर आने के दौरान उत्सव सा माहौल रहा. जिस वाहन पर प्रतिमा रखी थी, उसके साथ श्रद्धालुओं का सैलाब चल रहा था. श्रद्धालुओं के सैलाब में जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय भी शामिल थे. इसमें शामिल तासा पार्टी की धुन पर श्रद्धालुओं के मन-मस्तिष्क में भक्तिभाव हिलोरें ले रहा था. लोग भक्ति में विभोर होकर थिरकते-नाचते चल रहे थे. भगवान की प्रतिमा अभी मंदिर प्रांगण में ही रखी गई है. तीन जुलाई को विधिवत पूजा-अर्चना के बाद भगवान को विधिवत नगर भ्रमण कराया जायेगा. सात जुलाई को पूरे विधि-विधान के साथ प्राण-प्रतिष्ठा का अनुष्ठान होगा. विधायक सरयू राय ने जमशेदपुर वासियों से तीन से सात जुलाई तक मंदिर प्रांगण में होने वाले धार्मिक अनुष्ठान में शामिल होकर पुण्य का भागी बनने की अपील की है.
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तीन से सात जुलाई तक होनेवाले अनुष्ठान
बता दें कि आगामी तीन जुलाई को जलयात्रा, पंचांग पूजन, ब्राह्मण वरण, मंडप प्रवेश, वेदी निर्माण, नगर भ्रमण और जलाधिवास होगा. चार जुलाई को देवताओं का आवाहन पूजन, पाठ, जप, धन्नाधिवास, धृताधिवास, गन्धाधिवास और धूपाधिवास होगा. पांच जुलाई को मंडपस्थ आवाहित देवताओं का पूजन, अरणी मंथन कर अग्नि स्थापन, पाठ जप, हवन, पुष्पाधिवास, फलाधिवास, वस्त्राधिवास, औषध्याधिवास और मिष्ठानाधिवास होगा. तत्पश्चात छह जुलाई को आवाहित देवताओं का पूजन, पाठ, हवन, देवस्नपन के पश्चात भगवान को नगर भ्रमण और शय्याधिवास कराया जायेगा. सात जुलाई को आवाहित देवताओं का पूजन, जप, मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा, पूर्णाहुति एवं भोग वितरण किया जायेगा.
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