West Champaran: गंडक नदी में घड़ियाल के 160 बच्चे छोड़े गए. जिले के वाल्मिकीनगर टाइगर रिजर्व से गुजरती गंडक नदी में कई सालों से घड़ियाल के बच्चों को छोड़ा जा रहा है. बता दें कि वर्ष 2013 में गंडक घड़ियाल रिकवरी प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई थी. तब से लेकर अबतक 600 से ज्यादा घड़ियाल के बच्चों से गंडक नदी में छोड़ा जा चुका है. पिछले तीन माह से गंडक नदी किनारे छह जगहों पर घड़ियाल के अंडों का संरक्षण किया जा रहा था. जिसके बाद उनका वाईल्ड लाईफ ऑफ इंडिया और वन विभाग द्वारा सफलतापूर्वक हेचरी कराया गया. फिर बच्चे निकलने के बाद उन्हें गंडक नदी में छोड दिया गया. वीटीआर के क्षेत्रीय निदेशक डॉ नेशामणी ने बताया कि अभी वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के गंडक नदी के किनारे कुल पांच जगहों पर मादा घड़ियाल ने अंडा दी थी. जिसकी सफलतापूर्वक हेंचिंग करायी गयी थी. जिसमें से नवजात घड़ियाल निकले. जिसे गंडक नदी में छोड़ा गया. उन्होंने बताया कि इसका सर्वेक्षण भी कराया गया है. जिसमें घड़ियाल के संरक्षण पर बहुत ही अच्छा कार्य कराया जा रहा है. पश्चिम चंपारण के गंडक नदी में घड़ियाल की संख्या काफी बढ़ी है. यहां इसको काफी ज्यादा प्रोटेक्शन दिया जा रहा है. यहां से घड़ियाल मुव करते हुए गंगा नदी में भी जा रहा है. साथ ही पड़ोसी देश नेपाल में भी. यहां के गंडक नदी में घड़ियाल के अलावा डॉल्फिन और अन्य जलीय जीव जन्तु की संख्या में भी इजाफा हुआ है.
इसे भी पढ़ें – केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में जमानत पर अंतरिम रोक के खिलाफ दायर याचिका वापस ली
Subscribe
Login
0 Comments