- शंख मैदान और तालाब पर अवैध कब्जा करना चाहते हैं सूर्य मंदिर कमेटी के लोग – सरयू राय
Jamshedpur (Anand Mishra) : राज्य के पूर्व मंत्री व जमशेदपुर पूर्वी के मौजूदा विधायक सरयू राय ने अपनी विधायक निधि से सिदगोड़ा के शंख मैदान में कराये जाने वाले निर्माण कार्य को रोके जाने के खिलाफ उपायुक्त को पत्र लिखा है. इसके माध्यम से उन्होंने उपायुक्त से निर्माण कार्य में आ रही बाधा दूर करने की मांग की है. इसके साथ ही विधायक श्री राय ने उपायुक्त को बताया है कि सूर्य मंदिर कमेटी के लोगों मंदिर और मैदान के बीच की चहारदीवारी को ध्वस्त कर लिया है. अब वे इस मैदान पर अवैध कब्जा जमाना चाहते हैं. इस वजह से निर्माण कार्य नहीं होने देना चाहते हैं. जबकि पूर्व में भी पर्यटन विभाग की ओर से यहां निर्माण कार्य कराया गया है. जिस चहारदीवारी को ध्वस्त किया गया है, उसके बाहर की सरकारी भूमि पर 52 विकास परियोजनाओं का क्रियान्वयन किया गया है.
इसे भी पढ़ें : Chandil : कुकड़ू और ईचागढ़ में विधिक जागरूकता शिविर
मंदिर के निर्माण में काफी सरकारी निधि खर्च हुई है
विधायक सरयू राय ने उपायुक्त की ओर से गठित एक जांच कमेटी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि सूर्य मंदिर सहित आसपास की सभी संरचनाओं का निर्माण करीब 52 योजनाओं के मद में स्वीकृत सरकारी धनराशि से हुआ हैं. इनमें शंख मैदान, दो तालाब, चिल्ड्रेन पार्क, बच्चों के लिए स्वीमिंग पूल शामिल है. जिस भूखंड पर ये संरचनाएं हैं, वह करीब छह एकड़ से अधिक है. इस भूखंड के एक छोर पर सूर्य मंदिर है, जो परिवहन विभाग की जमीन पर है. मंदिर के निर्माण में काफी सरकारी निधि खर्च हुई है.
इसे भी पढ़ें : Jamshedpur : पार्टी ने मौका दिया तो जमशेदपुर पूर्वी विस से लड़ेंगे चुनाव – डॉ. अजय
संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह विकास कार्य नहीं होने दे रहे हैं
श्री राय ने सूर्य मंदिर समिति के संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह पर इस भूखंड के दूसरे छोर पर अवस्थित सरकारी जमीन पर कब्जा वहां भवन का निर्माण कराने का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने कहा है कि सूर्य मंदिर समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चहारदीवारी तोड़कर शंख मैदान की जमीन पर कब्जा करना चाह रहे हैं. इसीलिए वहां विधायक निधि से विकास कार्य को रोका गया और अब 11 दिनों का धार्मिक अनुष्ठान शुरू कर दिया है. श्री राय ने उपायुक्त को बताया है कि मंदिर समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह और संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह यहां विकास कार्य नहीं होने दे रहे हैं. ये सूर्य मंदिर और चंद्रगुप्त सिंह के अवैध भवन के बीच के छह एकड़ भूखंड पर ये कब्जा करना चाहते हैं. यह भूखंड सरकारी है और इस पर सरकारी निधि से संरचनाओं का निर्माण किया गया है.
Leave a Reply