Ranchi : सीएम हेमंत सोरेन ने मंगलवार को प्रोजेक्ट भवन में रांची सहित अन्य शहरों की विधि व्यवस्था की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को हर हाल में क्राइम को कंट्रोल करने का निर्देश दिया. ऐसा नहीं होने पर सख्त कार्रवाई की भी बात कही. सीएम के निर्देश के बाद रांची जोनल आईजी अखिलेश झा और रेंज के डीआईजी देर रात सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण के लिए निकले. आईजी ने जहां ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर देर रात सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. वहीं डीआइजी ने शहरी क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया. इस दौरान दोनों अधिकारियों ने यह देखा कि जिन पुलिसकर्मियों के भरोसे राजधानी के लोग हैं, वह किस तरह ड्यूटी कर रहे हैं.
पुलिसकर्मियों को दिये कई निर्देश
आईजी और डीआईजी ने ग्रामीण और शहरी इलाकों के विभिन्न जगहों पर तैनात पुलिसकर्मियों को कई निर्देश दिए. इसके अलावा उन्होंने कार और बाइक चालकों की खुद से चेकिंग भी की. वाहन चालकों के लाइसेंस और अन्य चीजों को चेक किया. निरीक्षण के दौरान डीआईजी ने ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों से पूछताछ की. तैनात पुलिसकर्मियों से वाहनों की चेकिंग के बारे में जानकारी ली. साथ ही पुलिसकर्मियों की संख्या के बारे में भी उनसे जाना. इस दौरान कोतवाली, सिटी और हटिया डीएसपी, हेडक्वार्टर 1 डीएसपी भी उपस्थित थे.
रांची, जमशेदपुर व धनबाद में पुलिस व्यवस्था में सुधार लाने का आदेश
सीएम ने कहा कि विशेष रूप से राज्य के बड़े शहर रांची, जमशेदपुर व धनबाद में पुलिस व्यवस्था में सुधार दिखे. उन्होंने कहा कि अपराध रोकने के लिए जो करना है, वह करें. दिनदहाड़े अपराध का असर पड़ता है. शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस की सक्रियता बढ़ायें, ताकि अपराधियों के मन में भय उत्पन्न हो. सीएम कहा कि फील्ड लेवल के पुलिस पदाधिकारी (डीएसपी, इंस्पेक्टर व थानेदार) अपने क्षेत्र में जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याओं का निदान करें. उन्होंने कहा कि ट्रैफिक पुलिस को सही तरीके से प्रशिक्षित करने की भी जरूरत है. वीआइपी मूवमेंट के दौरान वे इधर-उधर भागने लगते हैं. इसके अलावा आधुनिक उपकरणों का उपयोग करने को भी कहा.