Dinesh Kumar Pandey
Bokaro: बोकारो जिले के चंद्रपुरा प्रखंड के पपलो पंचायत अंतर्गत जुनौरी गांव में शिक्षक भीम महतो लाउडस्पीकर द्वारा बच्चों को पढ़ाने में लगे हैं. वे गांव स्थित शिव मंदिर में पढ़ा रहे हैं. उनके द्वारा पूरे गांव के चौक चौराहों पर हिंदी और अंग्रेजी वर्णमाला का पोस्टर दीवारों में चिपका कर बच्चों को पढ़ाया जा रहा है. शिक्षक भीम महतो द्वारा मंदिर में लगे लाउडस्पीकर द्वारा पोस्टर में छपे शब्दों को बोला जाता है. बच्चे उसे सुनकर पढ़ते और लिखते हैं. उनके इस कार्य की गांव में काफी चर्चा हो रही है.
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पेन, मास्क और सैनिटाइजर देते हैं
इस दिनों शहरों में ऑनलाइन पढ़ाई करायी जा रही है. लेकिन गरीब बच्चों के पास एंड्राइड फोन नहीं होने के कारण बहुत सारे बच्चे पढ़ाई से वंचित थे. इसे देखते हुए बच्चों की पढ़ाई के लिए गांव के चौक चौराहों में वर्णमाला का पोस्टर दीवारों पर लगा कर बच्चों को पढ़ाना शुरू किया. राजकीय मध्य विद्यालय जुनौरी के शिक्षक भीम महतो द्वारा लगातार क्षेत्र में बच्चों को निःशुल्क पढ़ाने के साथ अपने निजी मद से कॉपी, पेन, मास्क, सैनिटाइजर, बिस्कुट भी दिया जाता है. उन्होंने घटियारी पंचायत के मंगलडाडी गांव में बसे मल्हार परिवार के बच्चों को सबसे पहले पढ़ाना शुरू किया. इन बच्चों को किताब, कॉपी, पेन, पेंसिल, पोशाक, मास्क, सैनिटाइजर, बिस्कुट, भोजन और अभिभावकों के लिए साड़ी, शॉल, समेत कई सामान देते रहते हैं.
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बच्चों को काफी फायदा हो रहा है
इस संबंध में जुनौरी गांव के गोपाल गिरी ने कहा भीम महतो की यह अनोखी पहल है. चंद्रिका गिरी ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सभी बच्चे पढ़ाई से दूर होते जा रहे थे, लेकिन भीम महतो ने मंदिर परिसर में लगे लाउडस्पीकर से बच्चों को पढ़ाना शुरू किया. इससे बच्चों को काफी फायदा हो रहा है.
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ग्रामीणों का कहना है कि हम सभी मल्हार परिवार इनका शुक्रगुजार हैं, जो बच्चों को सही समय पर सही राह दिखाने के कार्य किये हैं. वहीं शिक्षक भीम महतो ने कहा कि समाज के हित के लिए मैं हमेशा तत्पर रहता हूं. कोरोना काल मे बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही थी. इसे देखते हुए विद्यालय खुलने के पहले और विद्यालय बंद होने के बाद बचे हुए समय का उपयोग करते हुए गरीब बच्चों को पढ़ाने का कार्य कर रहे हैं.
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