Ghatshila (Rajesh Chowbey) : झारखंड श्रमिक संघ एवं एचसीएल-आईसीसी बचाओ संघर्ष समिति के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को मजदूरों की समस्या को लेकर कंपनी के कार्यपालक निदेशक एसएस सेठी को ज्ञापन सौंपा गया. श्रमिक संघ के अध्यक्ष काजल डॉन ने बताया कि ज्ञापन में एचसीएल के सभी माइंस को निजी कंपनियों को बेचने से पहले पूर्व कर्मचारियों के आश्रितों को स्थायी नियुक्ति पत्र देने और सभी माइंसों के साथ-साथ मऊभंडार फैक्ट्री चालू करने की मांग की गई है. उन्होंने कहा कि विगत 20 जून को झारखंड श्रमिक संघ द्वारा मजदूरों की समस्या से प्रबंधन को ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया गया था, परंतु एक महीना बीत जाने के बाद भी कंपनी प्रबंधन द्वारा किसी प्रकार की सूचना या जानकारी नहीं दी गई न ही कोई सकारात्मक पहल किया गया.
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15 दिन के अंदर कंपनी मजदूर हित में करे विचार
एचसीएल-आईसीसी मऊभंडार में करीब 291 स्थायी मजदूर फैक्ट्री में काम कर रहे हैं. पूर्व कर्मचारी के सभी आश्रितों को भी एचसीएल-आईसीसी प्रबंधन द्वारा स्थायी नियुक्ति दी जाए, अन्यथा वह मजदूर हित में झारखंड श्रमिक संघ और एचसीएल-आईसीसी बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले जोरदार आंदोलन करने को बाध्य होंगे. इसके पूर्व में दिए हुए ज्ञापन में मजदूरों को महीना में 26 दिन का काम, छूटे हुए नॉमिनियों को काम में रखना, चल रहे टेंडर समाप्ति के पहले अगली टेंडर प्रक्रिया पूरी कर लेने की मांग की गई थी. अगले 15 दिन के अंदर कंपनी मजदूर हित में विचार कर सकारात्मक पहल करें ताकि दोबारा धरना, प्रदर्शन या किसी प्रकार का आंदोलन नहीं करना पड़े. मौके पर झारखंड श्रमिक संघ अध्यक्ष काजल डॉन, एचसीएल आईसीसी बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक फेबियन तिर्की, झारखंड श्रमिक संघ के कोषाध्यक्ष कमल दास सहित अन्य उपस्थित थे.
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