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Ranchi. क्रिसमस से एक महीने पहले आगमन काल के शुरु होते ही बाजार भी क्रिसमस के लिए सजकर तैयार हो जाते थे. पर इस वर्ष कोरोना महामारी का असर क्रिसमस बाजारों पर भी देखा जा सकता है. जहां 25 नवंबर से ही बाजार सज जाते थे, वहां इस वर्ष ये 15 दिन पहले लगाये जा रहे हैं.
दुकानदारों को यह डर सता रहा है कि उनके सामानों की बिक्री हो पायेगी या नहीं. उनका कहना है कि कोविड और लॉकडाउन के कारण इस वर्ष क्रिसमस मार्केट काफी ढीला-ढाला रहने की उम्मीद है. इस वर्ष किसी नये प्रकार के डोकरेशन आइटम्स नहीं लाये गये हैं. परिस्थितियों को देखते हुए उन्होंने कम सामानों का ऑर्डर दिया था. साथ ही जिन सामानों का ऑर्डर उन्होंने दिया था, उसका भी स्टॉक उपलब्ध नहीं था.
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चाइनिज सामानों की कीमत और रंग-रुप के कारण होती है डिमांड
रंगरेज गली के दुकानदार राकेश कुमार ने बताया कि कोविड को देखेत हुए हर वर्ष के मुताबिक, इस वर्ष क्रिसमस बाजार काफी लेट से लगाया जा रहा है. सरकार ने चाइनिज सामानों पर बैन लगाया है पर फिर भी हर बाजार में चाइनिज सामान बिक रहे हैं और आगे भी बिकते रहेंगे. इसका सबसे बड़ा कारण है इन सामानों की कीमत जो कि इंडियन सामानों से सस्ते होते हैं. इसके साथ ही ये दिखने में काफी सुंदर और आकर्षिक होते हैं.
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इंडियन सामानों से सजा है क्रिसमस बाजार
सर्जना चौक में सारिका दुकान के मालिक नीरज कुमार ने बताया कि कोविड के कारण इस वर्ष क्रिसमस मार्केट फीका रह सकता है. केवल ईसाई समुदाय ही नहीं बल्कि साज-सज्जा को देखकर हर समुदाय इन चीजों में से कुछ सजावट की चीजें खरीदता ही था.
परिस्थितियों को देखते हुए कम सामानों का ऑर्डर दिया गया है. इसके साथ ही हर वर्ष चाइनिज सामानों से भी बाजार सजा होता था. पर इस वर्ष केवल लोकल सामानों से ही बाजार सजाये गये हैं. वहीं दुकानदार अमित कुमार का कहना है कि क्रिसमस मार्केट का सामान अलग-अलग शहरों से आता था. इसमें दिल्ली से सजावट की चीजें, कोलकत्ता से क्रिसमस ट्री, मुंबई से बेल्स-स्टार, सहित अन्य शहरों से चीजें मंगायी जाती थी.
पर इसवर्ष महामारी के कारण यात्रा करना काफी मुश्किल है, साथ ही इसमें खर्च भी अधिक है. इसलिए हमने केवल एक शहर से ही सामान मंगवाया है. अभी तक बाजार फीका है, पर आने वाले 15 दिनों में अच्छी बिक्री की उम्मीद है.
क्रिसमस ट्री, सैंटा और चरनी से सजा है बाजार
बाजारों में मार्केट के सजते ही माहौल काफी रंगीन हो गया है. लाल सैंटा क्लॉज, ग्रीन क्रिसमस ट्री, रंग-बिरंगे बॉल्स और स्टार, सेंटेड कैडल से बाजार चमक रहे हैं. ये सभी सामान दुकानदारों के पास काफी कम रेंड, वैराइटी, साइज और कलर में उपलब्ध हैं.
वहीं लाइटेड क्रिमसम ट्री 2 से 8 फीट के 1500 रुपये से लेकर 12,000 रुपये तक के रेंज में, स्नो पाइन ट्री 200 रुपये से लेकर 12 हजार, पाइन ट्री 200 से लेकर 10 हजार में उपलब्ध हैं.साथ ही बॉल और बेल कलेक्शन 50 रुपये से लेकर 5000 रुपये, गिफ्ट बॉक्स 50 रुपये से लेकर 1200 रुपये, हैंगिंग बेल 100 रुपये से लेकर 4500 रुपये, सैंटा क्लॉज 100 रुपये से लेकर 4500 रुपये तक के रेंज में, मास्क 50-400 रुपये, कैंडल्स 50-600 रुपये, रित 50 रुपये से लेकर 7500 रुपये में, गुब्बारे 50-500 रुपये, स्टार लाइट सहित अन्य लाइट्स 50 रुपये से लेकर 2000 रुपये तक, चरनी सेट 250 रुपये से लेकर 3000 रुपये तक के रेंज में उपलब्ध हैं. इसके साथ ही दुकानों में डेकोरेशन से जुड़ी कई अन्य चीजें भी उपलब्ध हैं.
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