- बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात का असर, 6 तक बारिश होने का अनुमान
- शहरी इलाकों में जीवन अस्त-व्यस्त, नदी-नाले उफान पर, सड़कें जलमग्न
- रांची में उतरी एनडीआरएफ की टीम, कुछ फंसे लोगों को बाहर निकाला
Shubham Kishore
Ranchi : झारखंड में शुक्रवार को भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. शहरों की गतिविधियां थम गयी, तो गांवों में किसानों के चेहरे खिल गये. इस बारिश से किसानों के खेतोंं में पानी जमा हो गया. अब धरती की प्यास बुझने से किसानों की खेती में हरियाली आ जायेगी. बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात का असर झारखंड में देखने को मिल रहा है. शुक्रवार को पूरे राज्य में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हुई. राजधानी रांची, धनबाद, जमशेदपुर, गढ़वा, पलामू, लातेहार, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, हजारीबाग, रामगढ़, चतरा, कोडरमा और खूंटी में सुबह से शुरू हुई बारिश देरशाम तक जारी रही. शहरों में सड़कों पर जलभराव से लोगों का चलना दुश्वार हो गया. वहीं निचले स्थानों पर घरों में पानी घुस गया. इस बारिश ने शहर की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया. पूरे दिन हुई बारिश से लोग जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर निकले. वहीं ड्रेनेज सही नहीं होने के कारण सड़कों पर जलजमाव रहा, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.
गढ़वा, पलामू, चतरा व लातेहार में ऑरेंज और सिमडेगा, गुमला व लोहरदगा में बारिश को लेकर यलो अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में मॉनसून गतिविधि अत्यधिक सक्रिय है. आने वाले दिनों में राज्य में अभी और बारिश होगी. शनिवार को राज्य के गढ़वा, पलामू, चतरा और लातेहार में बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. वहीं सिमडेगा, गुमला और लोहरदगा जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने आज 3 अगस्त को झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, दक्षिण बिहार, उत्तरी ओडिशा, उत्तरी छत्तीसगढ़ और आसपास के दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश में 30-40 किमी प्रति घंटे से लेकर 50 किमी प्रति घंटे तक की तेज हवा चलने की संभावना है. वहीं झारखंड की बात करें तो आज अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है. जबकि कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. 3 अगस्त को उत्तर-पश्चिम झारखंड में कहीं-कहीं अत्यधिक भारी वर्षा होने की भी संभावना है.
चार अगस्त के बाद बारिश में आयेगी कमी
मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि पश्चिम बंगाल और उसके आसपास निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. इसके कारण झारखंड के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन देखा जा रहा है. इसके प्रभाव से बारिश हो रही है. इसके प्रभाव से दो और तीन अगस्त को भी राज्य के कई जिलों में बारिश देखी जायेगी. हालांकि चार अगस्त के बाद इसकी तीव्रता में कमी आयेगी. इसके बाद दो तीन दिनों तक हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी. यह साइक्लोनिक सर्कुलेशन धीरे-धीरे उत्तर पश्चिम की तरफ बढ़ रहा है. जैसे जैसे यह आगे बढ़ेगा इसके प्रभाव में कमी आएगी और बारिश की तीव्रता कम होगी.
अगले 48 घंटों के दौरान साइक्लोनिक सर्कुलेशन के उत्तर-पश्चिम झारखंड की ओर बढ़ने की संभावना
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि उत्तरी झारखंड और उसके आस-पास के इलाकों में बना दबाव पिछले 6 घंटों के दौरान पांच किलोमीटर प्रति घंटे की गति से पश्चिम की ओर बढ़ा. वहीं आज 3 अगस्त को सुबह साढ़े पांच बजे यह 24.2 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 84.6 डिग्री पूर्वी देशांतर के पास उसी क्षेत्र में केंद्रित रहा, जो गया (बिहार) से लगभग 70 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपश्चिम और डाल्टनगंज (झारखंड) से 60 किलोमीटर पूर्व-उत्तरपूर्व में है. अगले 48 घंटों के दौरान यह उत्तर-पश्चिम झारखंड, दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश और उससे सटे उत्तरी छत्तीसगढ़ में पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ सकता है.
किसानों के चेहरे पर खुशी, थम गया शहर
बारिश से किसानों के चेहरे खिल गये हैं. क्योंकि बारिश नहीं होने से किसान खेती नहीं कर पा रहे थे. हालांकि दो- तीन दिनों में हुई बारिश से किसानों ने धन रोपनी शुरू कर दी. बता दें कि मॉनसून का आगाज होने के बाद से अब तक झारखंड में जून-जुलाई में बारिश कम हुई थी. उम्मीद है कि आनेवाले दिनों में राज्य में बारिश का कोटा पूरा हो जायेगा.
रांची में हुई सबसे अधिक बारिश
राजधानी रांची में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गयी. रांची में अहले सुबह से पूरे दिन बारिश हुई. बारिश से तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गयी है.
रांची : 89.8 एमएम
खूंटी : 60.5 एमएम
बोकारो : 58.5 एमएम
लातेहार : 49.5 एमएम
फैक्ट फाइल
- – रांची बारिश से सड़कों पर भरा पानी. शहर के दीपा टोली इलाके में कुछ फंसे लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ की टीम उतरी
- -पलामू के पाटन में जुड़वा हरिजन टोला निवासी उमेश भुइंया की चेकडैम में डूबने से मौत हो गई. दो बच्चों को चेकडैम में बचाने उतरे थे, बच्चों को बचा लिया, मगर खुद डूब गए
- – मेदिनीनगर के कई इलाके के घरों में घुसा बारिश का पानी
- – रजरप्पा में भैरवी नदी का जलस्तर बढ़ा
- – हजारीबाग में भारी बारिश से शहर में जलजमाव, यातायात प्रभावित
- – पलामू में कोयल नहीं उफान पर
- – लातेहार में औरंगा नदी का जलस्तर बढ़ा, शहर में जलजमाव
- – लोहरदगा में सड़कें जलमग्न, मुक्तिधाम जाने के रास्ते में भर गया पानी
- – धनबाद कोयलांचल में भी भारी बारिश से हर तरफ जलजमाव
- – चतरा-कोडरमा में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त