- आंध्रप्रदेश के पुरोहित 7 को विधिपूर्वक करेंगे कलश की स्थापना
- 16 दिनों तक मैदान में लगेगा मेला, विधि व्यवस्था में सहयोग करेंगे वोलंटियर्स
Jamshedpur (Sunil Pandey) : कदमा के गणेश पूजा मैदान में दक्षिण भारतीय समुदाय की ओर से आयोजित गणेशोत्सव का शुभारंभ 6 सितंबर को भव्य पंडाल के उद्घाटन के साथ होगा. पंडाल का उद्घाटन ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास करेंगे. इसके साथ ही 16 दिनों तक चलने वाला मेला भी शुरू हो जाएगा. 106 वर्षों से बाल गणपति विलास की ओर से गणेशोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. आयोजन के संबंध में कमिटी के पदाधिकारियों ने बताया कि 7 सितंबर को कलश स्थापना के साथ गणेश पूजा शुरू हो जाएगी. पूजा संपन्न कराने के लिए आंध्र प्रदेश के पार्वतीपुरम से पुरोहितों का दल आ रहा है, जो प्रतिदिन अभिषेक, सहस्रनाम, होम एवं प्रत्येक शुक्रवार को कुमकुम पूजा संपन्न कराएगा.
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कलश स्थापना में पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा समेत कई गणमान्य यजमान की भूमिका में रहेंगे. जिसमें विधायक सरयू राय, पूर्व डीआईजी राजीव रंजन सिंह, समाजसेवी आरके सिन्हा, अमरप्रीत सिंह काले, विनोद सिंह, एनवीआर मूर्ति, ट्रस्टी बी अप्प्लानंद राव, के रमना राव, वी बापूजी, एवी अप्पा राव, एम कनका राव आदि मौजूद रहेंगे. मेला का उद्घाटन 7 सितंबर को सांसद बिद्युत् बरण महतो करेंगे. मौके पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, पूर्व सांसद सुमन महतो, पूर्व विधायक लक्ष्मण टुडू, विधायक सबिता महतो, मंगल कालिंदी, दिवाकर सिंह समेत अन्य मौजूद रहेंगे. 14 सितंबर को नारायण सेवा के तहत बिष्टुपुर अंत्योदय आश्रम में भोजन कराया जाएगा. 21 को महाभोग का आयोजन मैदान परिसर में होगा. जबकि 22 सितंबर को गाजे-बाजे के साथ बिसर्जन जुलूस निकाला जाएगा, जो कदमा कदमा रंकिणी मंदिर से प्रारम्भ होकर गोपाल मैदान, बिस्टुपुर होते हुए खरखाई नदी में विसर्जित होगा.
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सबसे ज्यादा दिनों तक लगता है मेला
जमशेदपुर में कदमा गणेश पूजा मैदान में गणेशोत्सव की शुरुआत होते ही मेला शुरू हो जाता है. जमशेदपुर में वहां सबसे ज्यादा दिनों तक मेला लगता है. बाल गणपति के विसर्जन के साथ ही मेला समाप्त हो जाता है. उसके बाद वहां से मेला उठकर जमशेदपुर के विभिन्न दुर्गा पूजा समितियों में चला जाता है. कमिटी के पदाधिकारियों ने बताया कि इस बार मेले में तीन बिजली झूला, चार ब्रेक डांस झूला, तीन-टोरा टोरा, एक चांद तारा झूला, बच्चों के लिए टॉय ट्रेन, मिक्की माउस, विशेषकर वाटर बोल्ट, महिलाओं के लिए बंगाल का फायन आर्ट्स, कानपुर के बर्तन, आर्टिफिसियल गहने, रेजर झूला और सुनामी झूला आकर्षण का केंद्र होगा.
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