Satya Sharan Mishra
Ranchi: रघुवर सरकार में जनता के पैसों को पानी की तरह बहाया गया था. सरकार की अदूरर्शिता और गलत फैसलों के कारण कई योजनाओं में सिर्फ पैसों की बर्बादी हुई. ऐसी ही एक योजना है अर्बन हाट. रांची के कांके डैम के पास अर्बन हाट बनाने के नाम पर 5 करोड़ रुपये खर्च कर दिये गये. इसी बीच अचानक तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के दिमाग में नया आइडिया आ गया. 17 करोड़ के एस्टीमेट वाली अर्बन हाट का काम बंद करवा दिया गया और वहां स्किल डेवलपमेंट सेंटर बनाने की योजना बन गई. इसपर 30 करोड़ रुपये का डीपीआर बना, लेकिन 5 करोड रुपये फूंकने के बाद भी न तो वहां अर्बन हाट ही बन पाया और न ही स्किल डेवलपमेंट सेंटर. इधर फरवरी 2021 में नगर विकास विभाग ने अर्बन हाट का काम दोबारा शुरू करने के लिए रांची नगर निगम से प्रस्ताव मांगा, लेकिन 4 महीने बीतने के बाद भी अबतक प्रस्ताव तैयार नहीं हुआ है.
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सोच बदलने से विकास नहीं जनता के पैसों की बर्बादी हुई
30 अगस्त 2016 को तत्कालीन सीएम रघुवर दास ने अर्बन हाट का शिलान्यास किया था. उन्होंने कहा था कि सोच बदलने से ही राज्य का विकास होगा. स्थानीय क्षेत्र की गरीबी को दूर करने में यह अर्बन हाट एक मील का पत्थर साबित होगा. यहां देश-विदेश के शिल्पकार दुकान लगायेंगे और स्थानीय शिल्पकारों को भी अपना उत्पाद बेचने के लिए बाजार मिलेगा. काम तेजी से शुरू हुआ. इसी बीच 2019 में रघुवर दास का मूड बदल गया और उन्होंने निर्माणाधीन अर्बन हाट के निर्माण पर रोक लगा दी. अर्बन हाट की जगह स्किल डेवलपमेंट सेंटर बनाने का आदेश दे दिया. इसके बाद नगर विकास विभाग ने स्किल डेवलपमेंट सेंटर का डीपीआर तैयार किया था.
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अपराधियों का सेफ ठिकाना बन गया है अर्बन हाट
अर्बन हाट को सभी सुविधाओं से लैस करने का फैसला हुआ था. 900 लोगों की क्षमता वाला 1 बैंक्वेट हॉल और ओपन एयर थियेटर भी खोलने की योजना थी. एक साथ 90 लोगों के ठहरने के लिए डोरमेट्री भी अर्बन हाट के अंदर बन रहा था. कॉन्फ्रेंस के लिए दो सेमिनार हॉल बनाने का काम भी चल रहा था. अर्बन हाट के डीपीआर के मुताबिक आधा-अधूरा निर्माण होने के बाद काम बंद हो गया, लेकिन इसके देखरेख की कोई व्यवस्था नहीं की गई. निर्माण स्थल पर चारों तरफ जंगल-झाड़ियां उग आये हैं. असमाजिक तत्वों के लिए यह एक बढ़िया ठिकाना बन गया है. जहां वे दिनभर बैठकर शराब पीते हैं और अपराध की योजना बनाते हैं.
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अगले हफ्ते नगर विकास विभाग को प्रस्ताव भेजेगा RMC
रांची नगर निगम के आयुक्त मुकेश कुमार ने बताया कि नगर विकास सचिव विनय चौबे के साथ उन्होंने अर्बन हाट का निरीक्षण किया था. निरीक्षण के बाद नगर विकास विभाग ने नगर निगम से जानकारी मांगी की अर्बन हाट में कितना काम हुआ और कितनी राशि खर्च हुई. साथ ही विभाग ने यह भी प्रस्ताव मांगा है कि अब अर्बन हाट का क्या किया जा सकता है. बची 12 करोड़ की राशि का सदुप्रयोग करते हुए कैसे इसे पूरा किया जा सकता है. नगर आयुक्त ने कहा कि नगर निगम की इंजीनियरिंग शाखा को प्रस्ताव तैयार करने का काम दिया गया है. चीफ इंजीनियर की अध्यक्षता में इंजीनयरिंग टीम प्रस्ताव बना चुकी है. अगले हफ्ते यह प्रस्ताव नगर विकास विभाग को भेजा जाएगा. स्वीकृति के बाद टेंडर निकाल कर काम जल्द शुरू कराया जाएगा.
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