Ranchi: कोरोना की तीसरी लहर दूसरी लहर से भी ज्यादा खतरनाक साबित होगी. कोरोना की पहली लहर के दौरान सितम्बर 2020 में एक दिन में सर्वाधिक पूरे देश में 97 हजार 860 मामले सामने आए थे. जबकि दूसरी लहर जब अपने चरम पर थी उस दौरान एक दिन में सर्वाधिक 4 लाख 12 हजार 624 संक्रमित मरीज मिले थे. विशेषज्ञ का मानना है कि यदि कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन हुआ तो तीसरी लहर के दौरान एक दिन में 5 लाख से भी अधिक संक्रमित मरीज मिलेंगी.
यदि हुई लापरवाही तो 6 से 8 साप्ताह में दस्तक देगी तीसरी लहर
वही रिम्स क्रिटिकल केयर के इंचार्ज डॉ प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा कि एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने भी 6 से 8 सप्ताह के बीच तीसरी लहर के आने की आशंका जाहिर की है. वहीं इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के प्रोफेसर का भी विश्लेषण है कि 15 जुलाई तक भारत अगर अनलॉक हो जाता है.
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तब इस परिस्थिति में तीसरी लहर बहुत तेजी से आएगी. डॉ प्रदीप का मानना है, कि यदि कोरोना टीकाकरण का काम प्रभावित हुआ तब इस परिस्थिति में जुलाई में तीसरी लहर दस्तक दे सकती है. वहीं अनलॉक की प्रक्रिया चलती रही तो तीसरी लहर को अक्टूबर तक टाला भी जा सकता है.
कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन पड़ेगा भारी
वहीं स्वास्थ विभाग के वरीय आईईसी प्रभारी सिद्धार्थ त्रिपाठी का भी मानना है कि यदि कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन नहीं किया गया तो तीसरी लहर काफी भयावह साबित होगी. उन्होंने कहा कि यूनिवर्सल प्रिकॉशंस का पालन करते हुए मास्क, सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें.
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