Vikash
Ranchi: रांची नगर निगम ने शहर के 200 से अधिक गली-मोहल्लों में डस्टबिन लगाने का दावा किया था. शहर को कचरा मुक्त बनाने की मुहिम के तहत सबसे पहले गीले और सूखे कचरे को अलग किया जाना था. पर यह दावा फेल होता नजर आ रहा है. दरअसल निगम ने शहर को स्वच्छ बनाने की जिम्मेदारी तीन एजेंसियों को दी है.
कचरा उठाने और गली मोहल्लों में डस्टबिन लगाने का काम जोन्टा नामक एजेंसी को करना है. एजेंसी ने राशि भुगतान के बावजूद गली-मोहल्लों में डस्टबिन नहीं लगाया गया. इसके कारण बरसात में कचरा इधर-उधर फैल जाता है.जिससे कई तरह की बीमारी फैलने की आशंका बनी रहती है, और शहर भी गंदा दिखता है.
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घरों से ही कचरा सेग्रिगेशन का निर्देश
कचरों के सेग्रिगेशन का काम घरों से ही करने का आदेश रांची नगर निगम की ओर से दिया गया था. रमणिक रांची अभियान के तहत रांचीवासियों को नगर निगम के नियम का सख्ती से पालन करना है. घरों और दुकानों में नीली और हरे रंग के दो डस्टबिन रखना अनिवार्य बताया गया था.
ताकि गीले और सूखे कचरे का उठाओ आसानी से किया जा सके .मगर शायद ऐसा पूर्ण रूप से संभव नही हो पाया. ना ही घरों से कचरे अलग हुए ना ही मुहल्लों में डस्टबिन लगाया गया.
एजेंसी को मिला एक हफ्ते का अल्टीमेटम
नगर आयुक्त से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि टेंडर की शर्तो के अनुसार एजेंसियां अपने काम को करने में सफल नहीं हो पा रही हैं. जिसके बाद एजेंसियों को एक हफ्ते का अल्टीमेटम दिया गया है. एक हफ्ते में काम में सुधार नहीं होने पर नगर निगम के द्वारा एजेंसियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
वहीं एजेंसियों ने कहा की सोमवार से जगह-जगह डस्टबिन लगाने का काम शुरू कर किया जाएगा. जल्द ही इस काम को पूरा करने का एजेंसियों ने दावा किया है.