Kiriburu (Shailesh Singh): भ्रष्टाचार व कमीशनखोरी लोगों के खून में हीमोग्लोबिन की तरह न सिर्फ रच-बस गया है, बल्कि निरंतर बढ़ता जा रहा है. यह विकसित भारत व क्षेत्र के बेहतर विकास में सबसे बड़ा बाधक व चिंता का विषय है. उक्त बातें सेल, किरीबुरु के सीजीएम कमलेश राय ने आज सोमवार को एचआरडीसी सेंटर, हिल्टॉप, किरीबुरु में कही. वह बतौर मुख्य अतिथि सेल के सतर्कता विभाग द्वारा आयोजित सतर्कता जागरुकता सप्ताह के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे.
जबतक भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लगेगा तब तक भारत विकसित देश नहीं बन सकता
उन्होंने कहा कि सतर्कता विभाग का इस बार का थीम राष्ट्र की समृद्धि के लिए अखंडता की संस्कृति था. भ्रष्टाचार हमारी व्यवस्था का अभिन्न अंग बन चुका है. इसका उन्मूलन अथवा खात्मा सभी को जागरूक करके किया जा सकता है. भ्रष्टाचार हमारी देश, राज्य, क्षेत्र, समाज, सेल आदि सभी के विकास में सबसे बड़ा बाधक व उन्नति में अवरोध है. जबतक भ्रष्टाचार पर शत फीसदी अंकुश नहीं लगेगा तब तक भारत एक विकसित देश नहीं बन सकता है.
प्रतियोगिताओं के विजेताओं को मिला पुरस्कार
उल्लेखनीय है कि सतर्कता जागरुकता सप्ताह सह समापन समारोह सतर्कता विभाग सेल, किरीबुरु-मेघाहातुबुरु के सतर्कता अधिकारी सह सहायक महाप्रबंधक सुमित कुमार के नेतृत्व व मार्गदर्शन में आयोजित किया गया था. इसके मद्देनजर सेलकर्मियों, स्कूली बच्चों, ग्रामीणों, ठेकेदार, ठेका मजदूरों, घरेलू महिलाओं व दुकानदारों आदि के बीच पिछले एक सप्ताह तक भ्रष्टाचार व कमीशनखोरी के खिलाफ क्वीज, निबंध, चित्रांकन, वाद-विवाद आदि अनेक प्रतियोगिताओं व जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसके विजेताओं को सीजीएम कमलेश राय ने पुरस्कृत किया.
कार्यक्रम में ये थे शामिल
इस कार्यक्रम में महाप्रबंधक एस आर स्वांय, महाप्रबंधक सुकरा हो, ए बनवारी, विकास मिश्रा, रमेश सिन्हा, सी के विश्वाल आदि के अलावे स्कूली बच्चे, शिक्षक-शिक्षिकायें व सेलकर्मी शामिल हुये.
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