Patna : बिहार भाजपा के प्रदेश महामंत्री और राज्यपाल कोटे से एमएलसी देवेश कुमार के एक वायरल ऑडियो से पार्टी में हड़कंप मच गया है. इस ऑडियो में देवेश कुमार ने भाजपा के कई बड़े नेताओं को चोर करार दिया है. देवेश कुमार के अनुसार इस सिस्टम में हर कोई चोरी कर रहा है. उन्होंने कहा कि संगठन महामंत्री नागेंद्र नाथ त्रिपाठी, संगठन सह मंत्री शिवनारायण महतो या फिर अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष जयनाथ चौहान, सब इस सिस्टम में चोर हैं.
जान लें कि इस ऑडियो में 42 करोड़ के घोटाले का भी जिक्र किया है. सूत्रों के अनुसार ऑडियो वायरल होने से भाजपा में खलबली मच गयी है, लेकिन बड़े नेताओं ने इस मामले में चुप्पी साध ली है,
1.55 मिनट का ऑडियो
1 मिनट 55 सेकेंड के इस ऑडियो में देवेश कुमार से एक व्यक्ति बात कर रहा है, हालांकि उसकी पूरी आवाज गायब है. सिर्फ देवेश कुमार की ही आवाज है.
देवेश- उनको कहा था कि बाद…, आप यह बोलो.. अच्छा हम देख लेते हैं… कल भूपेन जी आये थे.. इसलिए दिन में हम कुछ कर नहीं पाये ..हां हां… हम बोल देते हैं… हम उन्हीं को बोलते हैं.
दूसरा व्यक्ति- कुछ कहता है, लेकिन आवाज उसकी नहीं है.
देवेश- अरविंद सिंह है… ब्लैक मेलर… उसे कहीं कुछ चीजें हैं… शेयर नहीं कीजिएगा… तो सीधे ब्लैकमेल पर उतर आयेगा… ब्लड प्रेशर बढ़ा लेगा… घर पर बैठ जायेगा. नागेन्द्र जी का फोन भी आता है… सब आपको डील करना पड़ेगा… दुनिया में सिस्टम है न, सिस्टम में शिव नारायण जी भी चोर हैं शशि जी भी चोरी कर रहे हैं.
दूसरा व्यक्ति – यहां भी कुछ कहता है, लेकिन ऑडियो में आवाज उसकी नहीं है.
देवेश- 11 जनरल सेक्रेटरी हैं पार्टी में… दिल्ली के… सब नकारे हैं… कोई किसी का आदमी है… कोई किसी का आदमी है. हम तो देखते थे…क्या कर रहे हैं… क्या टीम बनाई हुई है… कोई किसी का आदमी है कोई किसी का आदमी है… जय नाथ चौहान 10 लाख इंस्टॉलमेंट पर ले ले के… 5-6 लाख तो हम देखे हैं… लिखा हुआ.. 42 करोड़ का डिफिस्ट है.
देवेश कुमार ने कहा, ऑडियो में उनकी आवाज नहीं
दैनिक भास्कर के अनुसार देवेश कुमार ने दावा किया कि इस ऑडियो में उनकी आवाज नहीं है. कहा कि जिन लोगों के बारे में इसमें जिक्र किया गया है, वह सारे आदरणीय हैं. इस क्रम में देवेश ने कुछ लोगों को पिता तुल्य करार दिया. देवेश ने कहा कि इस ऑडियो को कई जगहों से काट छांट कर, एक साथ मिलाकर बनाया गया है. यह पूरी तरह से एडिटेड ऑडियो है. यह मेरी आवाज नहीं है. मुझे फंसाने के लिए इस तरह का षड्यंत्र रचा गया है.
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नेताओं ने नहीं उठाया फोन
बता दें कि ऑडियो में प्रदेश प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह का भी जिक्र है. उन्होंने कहा कि देवेश कुमार का चरित्र और आचरण सर्वश्रेष्ठ है. वह कभी भी इस तरह की भाषा का प्रयोग नहीं कर सकते. खासतौर पर मेरे बारे में तो बिल्कुल ही नहीं. कहा कि यह उनके खिलाफ साजिश है. देवेश कुमार पढ़े-लिखे व्यक्ति हैं और प्रदेश में महामंत्री है. वह ऐसा कर ही नहीं सकते. अखबार के अनुसार अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष जय नाथ चौहान से संपर्क करने की कोशिश की गयी तो उन्होंने फोन नहीं उठाया. जान लें कि संगठन महामंत्री नागेंद्र नाथ त्रिपाठी अभी बिहार में नहीं हैं.
बिहार भाजपा में सब कुछ ठीक ठाक नहीं है
वरिष्ठ पत्रकार अरुण पांडे की मानें तो बिहार भाजपा में सब कुछ ठीक ठाक नहीं है. वे कहते हैं कि जिस तरह से कम समय में देवेश कुमार का कद बढ़ा है उससे भाजपा में कई नेता दुखी हैं. देवेश कुमार इतने पावरफुल हो गये कि एक समय वे भाजपा बिहार के सर्वेसर्वा हो गये थे. उस समय सभी जिलों में जिला कार्यालय बनाने का काम चल रहा था. उसमें भी गड़बड़ी को लेकर देवेश कुमार का नाम सामने आया था. कहा कि भाजपा में यह कोई नयी बात नहीं है कि किसी भी नेता के खिलाफ एक गुट ना बना हो. कहा कि सुशील मोदी के खिलाफ भी एक विरोधी गुट था, जो लगातार उनके खिलाफ मोर्चा खोले हुए था. यह ऑडियो बताता है कि बिहार भाजपा में सिर्फ तथाकथित अनुशासन है. बाकी अंदर सब कुछ खोखला है।
देवेश कुमार अभाविप से जुड़े हुए थे
देवेश कुमार ने पांच साल पहले भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली. इससे पहले वह अभाविप से जुड़े हुए थे। जेएनयू में अभाविप की राजनीति किया करते थे. देवेश ने पत्रकार भी की. कई बड़े अखबारों में संपादक भी रहे हैं. जानकारी के अनुसार जब वे भाजपा में शामिल हुए तो उन्हें तुरंत प्रदेश प्रवक्ता की जिम्मेदारी दे दी गयी. बाद में उन्हें उपाध्यक्ष बना दिया गया. साथ ही प्रदेश मुख्यालय का प्रभारी भी बना दिया गया।
देवेश कुमार का कद भाजपा में काफी बढ़ गया. राज्यसभा सांसद और MLC के तौर पर भी नाम आने लगे. अंतत: राज्यपाल कोटे से देवेश कुमार एमएलसी बनाये गये. वर्तमान समय में वे भूपेंद्र यादव से काफी करीब बताये जाते हैं.