Ranchi: झारखंड में प्राइवेट स्कूलों की मनमानी के खिलाफ झारखंड अभिभावक संघ ने राज्यस्तरीय आंदोलन का निर्णय लिया है. आंदोलन के लिए संघ द्वारा मंगलवार को वर्चुअल मीटिंग का आयोजन किया गया. इसकी रूपरेखा तैयार की गई. बता दें कि कुछ दिन पूर्व रांची उपायुक्त छवि रंजन ने निजी स्कूलों के खिलाफ एक निर्देश जारी करते हुए कहा था कि निजी स्कूलों द्वारा अतिरिक्त फीस नहीं ली जाएगी साथ ही ये भी कहा था कि किसी भी तरह की फीस में वृद्धि करने पर स्कूल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. अभिभावकों की सुविधा के लिए शिकायत हेल्प लाइन नंबर भी जारी किया गया था. लेकिन दो दिन बाद रांची उपायुक्त खुद अपने बयान से मुकर गए. उन्होंने इस मामले को शिक्षा विभाग का बताते हुए पल्ला झाड़ लिया.
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बैठक में रांची के उपायुक्त छवि रंजन द्वारा अपने ही आदेश को वापस लिए जाने के फैसले की अभिभावकों ने निंदा की. साथ ही कुछ स्कूल प्रबंधन के तथाकथित पदधारियों द्वारा अभिभावक संघ के विरुद्ध की गयी बयानबाजी की निंदा करते हुए कहा गया कि पहले वैसे लोग अपने गिरेबान में झांकें, फिर कोई आरोप लगायें. यदि अभिभावक संघ ने उनकी कारस्तानियों को उजागर करना शुरू कर दिया तो वे समाज के सामने मुंह दिखाने लायक नहीं रहेंगे. संघ द्वारा झारखंड के सभी संबद्धता प्राप्त निजी स्कूलों की पिछले पांच साल की ऑडिट रिपोर्ट की समीक्षा करने का आग्रह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और शिक्षा विभाग से किया गया है .
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राज्य के सभी जिलों में चलेगा अभियान
बैठक में तमाम सुझाव के बाद संघ ने राज्यस्तरीय आंदोलन की घोषणा की. इसके तहत अभियान का नाम “सात वार-सात गुहार” रखा गया है. संघ के अध्यक्ष अजय राय ने बताया कि आंदोलन का कार्यक्रम पूरे राज्यस्तर पर चलेगा. जिसमें अलग-अलग सात दिन के लिए कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए कार्यक्रम निर्धारित किया गया. अभियान की शुरुआत एक जुलाई से होगी. कार्यक्रम के दौरान एक जुलाई को हर जिले के उपायुक्त कार्यालय के सामने मौन प्रदर्शन, दो जुलाई को स्कूलों के सामने मौन प्रदर्शन, तीन जुलाई को समर्थन की आशा में जन प्रतिनिधि के सामने मौन प्रदर्शन, चार जुलाई को मीडिया से सहयोग के लिए मौन आग्रह कार्यक्रम, पांच जुलाई को निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ प्रमुख चौक-चौराहों पर मौन प्रदर्शन, छह जुलाई को डिजिटल रोष प्रदर्शन और सात जुलाई को एक लाख पोस्टकार्ड राज्यपाल को प्रेषित किया जाने के अभियान का शुभारंभ किया जाएगा.
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