Dumka: जिले के रानीश्वर थाना क्षेत्र में आकाशी बिजली गिरने से 2 महिलाओं समेत 3 लोगों की मौत हो गयी. वज्रपात की घटना रानीश्वर के बनवारी और महेशबथान गांव में हुई है. जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई. पहली घटना रानीश्वर के बनवारी में हुई, जहां 45 वर्षीय दुलाली रॉय की मौके पर ही मौत हो गयी. दूसरी घटना महेशबथान गांव में हुई, जहां 45 वर्षीय धनपति रॉय की मौत हो गयी. वहीं कुमिरदहा गांव में मंगलवार की शाम वज्रपात की चपेट में आने से विपद मंडल नाम का किसान बेहोश हो गया. बेहोशी की हालत में उन्हें इलाज के लिए सिउड़ी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी भी मौत हो गई. विपद मंडल बिलकी नदी के पास अपने खेत में धान बीज गिरा कर साइकिल से वापस घर लौट रहा था. उसी क्रम में लगातार हो रहे वज्रपात की चपेट में आने से वह बेहोश होकर खेत में गिर गया. बताया जा रहा है कि बेहोशी की हालत में वह खेत में ही कुछ देर तक पड़ा रहा. परिजनों को सूचना मिलने पर उन्हें खेत से उठा कर गांव ले जाया गया, जहां से इलाज के लिए सिउड़ी ले जाया गया. लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी.
इसे भी पढ़ें-वज्रपात की चपेट में आकर दो लोगों की मौत, दो घायल
वज्रपात के दौरान क्या सावधानी बरतें ?
अगर आकाश में बिजली कड़क रही है, तो कभी भी हाथ में धातु से बनी चीजों को न पकड़ें. आकाशीय बिजली कड़कने के समय बिजली या टेलीफोन के खंभों आदि से दूर रहें. बाइक, बिजली या टेलीफोन के खंभा, तार की बाड़, मशीन और जलाशयों से दूर रहें. यदि आप पानी के भीतर हैं, अथवा किसी नाव में हैं तो तुरंत बाहर आ जाएं. यदि आपर घर के बाहर हैं तो बिजली चमकते समय पेड़ के नीचे न जाएं, ऊंची इमारतों वाले क्षेत्र में आश्रय न लें, समूह में खड़े होने की बजाय अलग-अलग हो जाएं. किसी मकान में आश्रय लेना बेहतर है.
इसे भी पढ़ें-देश के 25 अति नक्सल प्रभावित जिलों में आठ झारखंड के, गृह मंत्रालय की रिपोर्ट