NewDelhi : केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने आज मंगलवार को वन नेशन वन इलेक्शन… विधेयक (संविधान (129वां संशोधन) विधेयक 2024) लोकसभा में पेश किया. खबर है कि सरकार इस बिल को पेश करने के बाद संसद की संयुक्त समिति (JPC) के पास भेजने की सिफारिश करेगी. बता दें कि भाजपा ने अपने सांसदों के लिए व्हिप जारी किया था. कांग्रेस की बात करे तो आज सुबह उसने भी इमरजेंसी मीटिंग बुला कर तीन लाइन का व्हिप जारी किया था. विपक्ष लगातार वन नेशन, वन इलेक्शन का विरोध कर रहा है.
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने बिल को संविधान विरोधी बताया
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने बिल को संविधान विरोधी करार दिया, जयराम रमेश ने कहा, ये संविधान बदलने का बिल बिगुल है. सपा सांसद रामगोपाल यादव ने कहा, हम इस बिल का विरोध करेंगे. शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, यह संविधान पर हमला है. तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने एक राष्ट्र एक चुनाव बिल का विरोध किया. उन्होंने कहा कि यह बिल संविधान की मूल भावना के खिलाफ है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विरोध का ऐलान किया,. उन्होंने कहा,यह संविधान को ख़त्म करने का एक और षड्यंत्र भी है. ओवेसी ने भी बिल का विरोध करते हुए कहा, यह लोकतंत्र विरोेधी बिल है.
टीडीपी, YSRCP वन नेशन वन इलेक्शन विधेयक के समर्थन में
भाजपा की सहयोगी पार्टी टीडीपी ने कहा है कि वह एक राष्ट्र एक चुनाव के बिल को पूरा समर्थन करेगी. पार्टी ने अपने सांसदों के लिए व्हिप भी जारी किया है. YSRCP के सांसद पीवी मिथुन रेड्डी ने समर्थन करते हुए कहा, हम पहले से ही आम चुनाव(लोकसभा) के साथ-साथ राज्य चुनाव भी करा रहे हैं. हम बिल के समर्थन में हैं,
ये किसी पार्टी का नहीं, बल्कि देश का मुद्दा है : किरेन रिजिजू
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने सरकार का रुख साफ करते हुए कहा, ये किसी पार्टी का नहीं, बल्कि देश का मुद्दा है. देश देखेगा कि कैसे कांग्रेस हमेशा निगेटिव रहती है. याद दिलाया कि देश जब आजाद हुआ था, तो देश में एक देश-एक चुनाव था. लेकिन कांग्रेस ने अपने हिसाब से वो बदल दिया. देश में हमेशा चुनाव ही होते रहते हैं, जिससे देश का काफी नुकसान होता है.