Ranchi : ईसाई समुदाय के झारखंड और अंडमान-निकोबार के रिजनल काउंसिल (जेएचएएएन) ने पोस्ट कोविड महामारी में चर्च, ईसाई समुदाय और यहां के लोगों को हुए नुकसान पर चर्चा की. इसमें झारखंड और अंडमान-निकोबार के बिशपों ने हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने चर्चा की कि कोविड की दूसरी लहर में हजारों लोग इससे संक्रमति हुए और कइयों ने जान गंवाई. इसी दैरान चर्च ने भी अपने गुमला के बिशप पॉल लकड़ा के साथ ही कई पुरोहितों और धर्मबहनों को खो दिया. इससे बच्चों की पढ़ाई-लिखाई, लोगों की जिंदगी के साथ ही चर्च के भी कई संस्थाएं प्रभावित हुईं.
इस क्रम में सभी बिशपों ने बुधवार को रांची के संत मारिया गिरजाघर में दिवंगत बिशप पॉल के लिए विशेष मिस्सा का आयोजन किया. मिस्सा का संचालन आर्च बिशप फोलिक्स टोप्पो ने किया. बिशप जुलियस मरांडी ने दिवंगत बिशप पॉल के योगदान का स्मरण किया. इसके साथ ही जिन पुरोहितों और धर्म बहनों ने कोविड संक्रमण से जान गंवाई, उनके लिए विशेष प्रार्थना की.
इस अवसर पर रांची आर्च डायसिस के आर्चबिशप फेलिक्स टोप्पो ने अंडमान और निकोबार के पोर्ट ब्लेयर का नया बिशप फादर विशुवसम सेलवराज का बिशप के रूप में नियुक्ति की घोषणा की.
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कार्डिनल टोप्पो से की मुलाकात
मिस्सा के बाद बिशपों ने उलिहातू स्थित संत अन्ना हॉस्पिटल में कार्डिनल तेलेस्फोर टोप्पो से मुलाकात की. उन सभी ने उनके साथ मिलकर इस महामारी के जल्द खत्म होने और संक्रमित लोगों के जल्द स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना की. इसके बाद उन्होंने माता मरियम के माइनर बसेलिका का दर्शन किया. मौके पर बिशपों के अलावा फादर मैक्सीमस टोप्पो, फादर प्रदीप तिर्की, फादर प्रफुल तिग्गा और सिस्टर जसिंता मुख्य रूप से उपस्थित थे.
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कौन-कौन हुए शामिल
इस विशेष कार्यक्रम में रांची आर्चडायसिस के आर्चबिशप फेलिक्स टोप्पो और सहायक बिशप थियोदोर मस्करेन्हास, सिमडेगा डायसिस से बिशप विंसेंट बरवा, दुमका डायसिस के बिशप जुलीयस मरांडी, जमशेदपुर डायसिस के बिशप तेलेस्फोर बिलुंग, हजारीबाग और डालटनगंज डायसिस के प्रबंधक बिशप आनंद जोजो, खूंटी डायसिस के बिशप विनय कंडुलना और गुमला डायसिस के प्रबंधक फादर लीन्स एक्का शामिल हुए.