- राज्य में शराबियों का कंठ सूखा न रहा, लेकिन अमृत योजना से सबको जल नहीं दे सकी सरकार
- कोविड काल में जल वितरण प्रणाली बैठ गया, लेकिन घर-घर दारू पहुंचा रही थी सरकार
- झारखंड में बीजेपी खड़ा करेगी सशक्त मंडल, सशक्त बूथ और सशक्त शक्ति केंद्र
Ranchi: बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में पार्टी ने हेमंत सरकार के खिलाफ आंदोलन की व्यापक रणनीति बनाई है. पार्टी ने सरकार की नाकामियों को जनता के बीच लाने के लिए पूरी तैयारी कर ली है. बैठक में हेमंत सरकार के डेढ़ साल के कामकाज की समीक्षा की गई. बीजेपी ने कहा कि कोरोना काल में केंद्र सरकार से झारखंड में गरीबों के लिए 20 महीने का अनाज भेजा गया.
दुर्भाग्य है कि हेमंत सरकार ने इस योजना को बिचौलियों को दे दिया. जिसके कारण अनाज गरीबों के घर नहीं कहीं और पहुंच गये. इन बिचौलियों को राजनीतिक संरक्षण था. वहीं केंद्र से भेजे गये आपदा प्रबंधन फंड के पैसों का भी झारखंड में दुरुपयोग हुआ. जनता इसका हिसाब मांग रही है.
निष्क्रिय, लाचार, बेबस और दिशाविहीन हेमंत सरकार
बीजेपी कार्यसमिति ने कहा कि कोरोना काल में हेमंत सरकार पूरी तरह निष्क्रिय, लाचार, बेबस और दिशाविहीन थी. कोविड आने से पहले पीएम मोदी ने सभी राज्यों के सीएम को संदेश दिया था कि भी राज्य कोविड से निपटने की पूरी तैयारी कर लें, लेकिन हेमंत सरकार ने कुछ नहीं किया.
पूरे देश को ऑक्सीजन एक्सपोर्ट करने वाला झारखंड कोरोना काल में ऑक्सीजन के लिए तरसता रहा. हजारीबाग में ऑक्सीजन की चोरी हो गई. चोरी करने वाले को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त हुआ. रेमेडिसिवर की कालाबाजारी हुई. मामले में सीआईडी चीफ की ट्रांसफर-पोस्टिंग संदेह के घेरे में है. जब कोरोना चरम पर था तब राज्य के अस्पतालों में बेड की नीलामी हो रही थी. पीएम केयर फंड से आया 1800 वेंटिलेटर सड़ रहा था.
वैक्सीन के पोस्टर पर पीएम मोदी का फोटो क्यों नहीं?
बीजेपी ने झारखंड में चल रहे नि:शुल्क वैक्सीन योजना में भी मिसमैनेजमेंट का आरोप लगाया है. पार्टी ने कहा कि राज्य में वैक्सीन की किल्लत का कारण हेमंत सरकार है. सरकार ने एडवांस प्लानिंग नहीं की, सिर्फ मिसमैनेजमेंट किया.
पार्टी ने कहा कि माल महाराज का मिर्जा खेले होली वाली कहावत इस सरकार ने चरितार्थ किया है. झारखंड में निशुल्क वैक्सीन योजना के पोस्टर में हेमंत सोरेन के पोस्टर से बीजेपी को एतराज नहीं है, लेकिन प्रधानमंत्री की तस्वीर भी उसमें होनी चाहिए थी.
सरकार टीका पर राजनीतिक कर रही है. वहीं वैक्सीन लेने के बाद जामताड़ा और सरायकेला में जब लोगों ने धन्यवाद पीएम का पोस्टर दिखाया तो पुलिस ने जब्त कर लिया. बीजेपी ने पुलिस प्रशासन को चेतावनी दी है कि वे जेएमएम और कांग्रेस के प्रतिनिधि न बनें. सत्ता आती है और जाती है.
रोजगार नहीं दे सकती तो फिर लोगों को बेरोजगार क्यों कर रही सरकार
कार्यसमिति की बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कार्यसमिति की बैठक में हुई चर्चा और फैसलों की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि बैठक में हेमंत सरकार के वादों पर भी बात हुई. हेमंत ने कहा था कि 5 लाख रोजगार नहीं देंगे तो राजनीति छोड़ देंगे.
बीजेपी उन्हें राजनीति छोड़ने नहीं कहती, लेकिन अगर सरकार नौकरी और बेरोजगारी भत्ता नहीं दे सकती तो फिर पिछली सरकार के कार्यकाल में संविदा पर रखे गये लोगों को बेरोजगार क्यों कर रही है. वहीं किसानों का कर्ज माफ करने की बात कही गई थी. वह भी नहीं हुआ. किसानों के मुद्दे पर आंदोलन करने पर बीजेपी नेताओं पर मुदकमे हो गये. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार के डेढ़ साल के कार्यकाल में 2300 दुष्कर्म और 2500 हत्याएं हुईं. इस सरकार में पुलिस-प्रशासन पर काफी हस्तक्षेप है, इस वजह से राज्य की हालत खराब हो रही है.
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पार्टी ने तय किये संगठनात्मक कार्यक्रम
कार्यसमिति की बैठक में मोदी सरकार के कामकाज की चर्चा हुई. पार्टी ने कहा कि कोरोना महामारी में पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने निर्णायक युद्ध लड़ा. यूएनओ, डबल्यूएचओ समेत 27 देश पीएम मोदी की प्रशंसा कर रहे हैं. ब्राजील ने तो पीएम मोदी को हनुमान की संज्ञा दे दी है. विश्व के 174 देशों में से सिर्फ 7 देशों ने ही अपने बूते पर वैक्सीन बनाया. देश में अगस्त में टास्क फोर्स बना और जनवरी में पहला टीका लग गया.
कांग्रेस की सरकार में भी कई महामारियां आयी, लेकिन जब महामारियां खत्म हो गई. उसके बाद टीके बनाये गये. वहीं पार्टी के सेवा ही संगठन कार्यक्रम की समीक्षा हुई और इस अभियान को पार्टी ने सफल बताया. पार्टी ने बैठक में संगठनात्मक कार्यक्रम भी तय किये. सशक्त मंडल, सशक्त शक्ति केंद्र और सशक्त बूथ खड़ा करने की योजना बनी. इनके मापदंड भी तय किये गये.
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