Patna: बिहार में राज्य निवेश प्रोत्साहन परिषद ने गुरुवार को अपनी 30वीं बैठक में 99 नए निवेश प्रस्तावों को मंजूरी दे दी. विकास आयुक्त आमिर सुबहानी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में जिन नए प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है, उसके तहत 12744.59 करोड़ रुपये का निवेश होगा. इन सभी प्रस्तावों को स्टेज-1 क्लियरेंस मिला है. एसआईपीसी ने जिन 99 प्रस्तावों को अपनी मंजूरी दी है, उनमें अकेले 59 प्रस्ताव इथेनॉल के हैं. इन पर 12347.88 करोड़ रुपये का निवेश होगा. खाद्य प्रसंस्करण से संबंधित 20 इकाइयों के प्रस्ताव को मंजूरी मिली है. इनके द्वारा 219.58 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा. राज्य के नए उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन नए निवेश के लिए हाल में मुंबई दौरे पर गए थे. सरकार को उम्मीद है कि इसका भी फायदा मिलेगा.
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प्लास्टिक एवं रबर क्षेत्र की 3 इकाइयों को मंजूरी
प्लास्टिक एवं रबर प्रक्षेत्र की तीन इकाइयों को मंजूरी मिली है. इनके स्तर से 37.84 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा. अक्षय ऊर्जा से संबंधित तीन इकाइयों द्वारा 76.29 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा. आक्सीजन उत्पादन से जुड़ी पांच इकाइयां 9.26 करोड़ रुपये लगाएंगी. सामान्य विनिर्माण क्षेत्र की चार इकाइयां 30.82 करोड़ रुपये निवेश करेंगी. टेक्सटाइल्स से जुड़ी एक कंपनी 1.37 करोड़, इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर से संबंधित दो इकाइयों द्वारा 3.04 करोड़ रुपए लगाए जाएंगे.
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कंपनियों के प्रस्ताव को मंजूरी
जिन कंपनियों के निवेश प्रस्ताव को एसआइपीबी की बैठक में मंजूरी मिली है, उनमें मेसर्स पटेल एग्री इंडस्ट्रीज, मेसर्स अंकुर बायोकेम, मेसर्स ग्लोब स्प्रिट्स लिमिटेड, मेसर्स सोना सती आर्गेनिक्स, मेसर्स एस्सार पावर लिमिटेड, मेसर्स चिनसुरा केमिकल्स (रूइया समूह), मेसर्स सोना बिस्किट तथा मेसर्स विकास लाइफ केयर शामिल हैं. आधिकारिक तौर पर मिली जानकारी के अनुसार, एसआइपीबी द्वारा स्वीकृत 99 प्रस्तावों के अतिरिक्त विगत तीन दिनों में 87 अन्य प्रस्ताव भी मिले हैं. इनमें संभावित निवेश 15,144.70 करोड़ रुपये है. इनमें इथेनॉल से संबंधित 79 प्रस्ताव हैं. अकेले इथेनॉल में 14,922.56 करोड़ रुपये का निवेश होगा.
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वित्तीय प्रोत्साहन क्लियरेंस की अनुशंसा
पूर्व से स्टेज-1 की स्वीकृति वाले दस प्रस्तावों पर वित्तीय प्रोत्साहन क्लियरेंस की अनुशंसा प्रदान की गई. इसके तहत 60.03 करोड़ रुपये का निवेश होगा. इनमें खाद्य प्रसंस्करण से संबंधित चार, सामान्य विनिर्माण क्षेत्र की तीन, प्लास्टिक एवं रबर की एक, हेल्थकेयर से संबंधित एक व पर्यटन से संबंधित एक इकाई है.
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