Ranchi: विगत वर्ष की तरह इस साल भी झारखंड सरकार की ओर से विश्व आदिवासी दिवस पर दो दिवसीय आदिवासी महोत्सव का आयोजन भगवान बिरसा स्मृति उद्यान, रांची में होगा. आगामी 9-10 अगस्त को होने वाले इस दो दिवसीय आदिवासी महोत्सव की तैयारियों को लेकर कल्याण मंत्री दीपक बिरुआ की अध्यक्षता में कल्याण कॉम्प्लेक्स में समीक्षा बैठक की गई.
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महोत्सव में आदिवासी संस्कृति और परंपरा की दिखाई देगी झलक
विभागीय मंत्री दीपक बिरुआ ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर पूरे देश के आदिवासी चिंतकों, विशेषज्ञों और सम्मानित व्यक्तियों को आमंत्रित करें. आगंतुकों के आगमन, आवासन आदि की व्यवस्था में कोई कमी ना रहे इसे सुनिश्चित करें और पूरे महोत्सव में आदिवासी संस्कृति और परंपरा की झलक दिखाई दे.
आदिवासी संस्कृति की जानकारी फिल्म के माध्यम से
कल्याण आयुक्त अजयनाथ झा ने तैयारियों को लेकर विभाग की ओर से पीपीटी के माध्यम से विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि महोत्सव में आदिवासी समाज से जुड़ी सभी संस्कृति और परम्परा को दर्शाया जाएगा. आदिवासी संस्कृति, कला एवं वाद्ययंत्र, परिधान एवं आभूषण, डोकरा कला, कोहबर, सोहराई सहित कई कलाओं सहित आदिवासी इतिहास की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी. महोत्सव में आदिवासी व्यंजनों के स्टॉल भी लगाए जाएंगे. साथ ही अन्य देशों के आदिवासी संस्कृति की जानकारी फिल्म के माध्यम से दी जाएगी. आदिवासी महोत्सव में वनाधिकार पट्टा पर सेमीनार का आयोजन किया जा रहा है, साथ ही अनुसूचित जनजाति समुदाय से जुड़ी सभी योजनाओं की प्रदर्शनी लगाई जाएगी. टीआरआई द्वारा आदिवासी विषय पर निर्मित फिल्मों का भी प्रदर्शन किया जाएगा.
32 आदिवासी समुदायों के नृत्य दलों की शोभा यात्रा
बैठक में जानकारी दी गई कि महोत्सव के दौरान अतिथि का स्वागत 100 नगाड़ा वादन से किया जाएगा. साथ ही 32 आदिवासी समुदाय के नृत्य दल शोभा यात्रा में शामिल होंगे. कार्यक्रम में प्रसिद्ध आदिवासी संगीत और नृत्य कला की प्रस्तुति दी जाएगी और टीआरआई द्वारा पुस्तकों का लोकार्पण किया जाएगा. विभिन्न राज्य के कला दलों को आमंत्रित किया जा रहा है.
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