Jamshedpur (Ashok kumar) : शहर में वर्चस्व को लेकर आपराधिक घटनायें घटती है. शहर के कुछ हिस्से में जमीन विवाद को लेकर भी हत्यायें हो चुकी है. कोई भी गैंग नहीं चाहता है कि उसके इलाके में कोई दूसरा अपना हाथ-पैर पसारे और उसका वर्चस्व समाप्त हो जाये. शहर में एक के बाद एक नया गिरोह पनप रहा है और अपना वर्चस्व कायम करने के लिये आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहा है. शहर के बड़े अपराधियों की बात करें तो इसमें से मानगो का अमरनाथ अभी तड़ीपार है. गैंगस्टर अखिलेश गैंग का सुधीर दुबे अभी जेल में बंद है जबकि हरीश फरारी काट रहा है. शहर की पुलिस के लिये अभी कोई भी गैंग सक्रिय नहीं है, लेकिन समय-समय पर वे अपनी उपस्थिति को दर्ज कराने से भी नहीं चुकते हैं.
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मनप्रीत की हत्या भी वर्चस्व को लेकर हुई थी
सिदगोड़ा शिवसिंह बगान के रहने वाले मनप्रीत पाल सिंह की हत्या 8 जून को वर्चस्व को लेकर ही हुई थी. अक्षय सिंह और राहुल सिंह को लगता था कि कहीं मनप्रीत का वर्चस्व बढ़ तो नहीं रहा है. इसी को ध्यान में रखते हुये उसने मनप्रीत के घर में घुसकर अपने साथियों के साथ गोली मारकर हत्या कर दी थी. घटना के चार दिनों के बाद आरोपियों को गिरफ्तार करके पुलिस ने जेल भेजा था. मामले में अभी पुरण चौधरी फरार है जिसकी गिरफ्तारी के लिये पुलिस टीम शहर के बाहर भी छापेमारी कर रही है.
अखिलेश की राह चला अक्षय
मनप्रीत पाल सिंह की हत्या करने के बाद अक्षय सिंह और राहुल सिंह अखिलेश सिंह की तरह शहर में उभर रहा है. हालाकि दोनों भाई अभी जेल में बंद है. अखिलेश के पिता चंद्रगुप्त सिंह पुलिस विभाग में थे और अक्षय-राहुल के पिता कालिका सिंह भी पहले पुलिस विभाग में ही नौकरी करते थे. दोनों रिटायर हो चुके हैं. जिस तरह से घर में घुसकर गोली मारकर मनप्रीत की हत्या की गयी थी उससे पूरा जमशेदपुर दहल गया था. इस तरह की घटनायें इसके पहले तक जमशेदपुर शहर में देखने को नहीं मिली थी. घटना के एक माह बीत गये हैं, लेकिन लोगों के जेहन में आज भी तस्वीर साफ है. हालाकि मामले में चरण चौधरी को छोड़ बाकी के सभी आरोपियों को पुलिस जेल भेज चुकी है.
जमीन विवाद में कब-कब हुई हत्या
16 अक्तूबर 2020 को उत्तम साहू की हत्या जमीन कारोबारी उनंदलाल गुप्ता ने की थी. एक अक्तूबर को उलीडीह खड़िया बस्ती में भाजपा नेता राजेश सिंह की हत्या की थी. आरोपी सैंकी यादव जेल में है. 24 अगस्त 2020 को मानगो केपी इनक्लेव में जमीन कारोबारी अंकित शर्मा के घर पर फायरिंग की गयी थी. मानगो पोस्ट ऑफिस रोड निवासी अमर ठाकुर के घर पर मुन्ना सिंह ने फायरिंग की थी. 30 अपैल 2020 को उलीडीह में पुजारी सौरव सुमन झा की सोनु मिश्रा ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. यह घटना रुपये के लेनदेन को लेकर घटी थी.
जमीन का खेल में दखल बर्दाश्त नहीं
जमीन का खेल सिर्फ पूर्वी सिंहभूम जिले में ही नहीं चल रहा है बल्कि यह खेल अन्य जिले में चल रहा है. अगर इस खेल में बाहर से आकर कोई दखल देता है तब वहां पर वर्चस्व की लड़ाई शुरू होती है. इसका अंजाम भयानक होता है. मानगो, परसुडीह, गोविंदपुर, कदमा, जुगसलाई, टेल्को, बर्मामाइंस, बागबेड़ा, सोनारी, सुंदरनगर, गोलमुरी, जेम्को आदि इलाके में जमीन का खेल बदस्तुर जारी है. यहां पर सरकारी और गैर सरकारी जमीन की अवैध रूप से खरीद-बिक्री जारी है. रेलवे की जमीन और आदिवासी जमीन को भी जमीन कारोबारी रैयती जमीन बताकर बेच रहे हैं. छह से 15 लाख रुपये कट्ठा के हिसाब से ये जमीन बेचे जा रहे हैं.
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